लोहरदगा : कुड़ू निवासी बाजार संवेदक संतोष कुमार मांझी उर्फ मंगलू की हत्या चार फरवरी को दिनदहाड़े गोली मार कर अपराधियों ने हत्या कर दी थी. इस हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा लिया है. हत्याकांड में शामिल छह में से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज दी है.
हत्या का मामला कुडू थाना में दर्ज किया गया था
एसपी हारीश बिन जमा ने शनिवार को पत्रकारों को बताया कि संतोष कुमार मांझी उर्फ मंगलू की हत्या का मामला कुडू थाना में दर्ज किया गया था. प्राथमिकी दर्ज करने के बाद हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए सहायक पुलिस अधीक्षक वेदांत शंकर, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी श्रद्धा केरकेट्टा के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन कर अपराधियों की गिरफ्तारी का निर्देश दिया गया. एसआईटी टीम ने तकनीकी शाखा के सहयोग से इस कांड में संलिप्त छह अपराधियों सत्यजीत कुंदन, रितेश कुमार भारती, विजय राम पवार, अमन सिंह तथा दो अन्य की संलिप्तता पाई गई, जिसमें चार अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार अपराधियों में सत्यजीत कुंदन विजय राम पवार. रितेश कुमार भारती, अमन सिंह को अलग-अलग स्थान से गिरफ्तार किया गया.
गिरफ्तार अपराधियों ने आपसी रंजिश के कारण हत्या करने की बात स्वीकार की
गिरफ्तार अपराधियों ने संतोष कुमार मांझी उर्फ मंगलू की आपसी रंजिश के कारण हत्या करने की बात स्वीकार की. पुलिस ने अपराधियों के पास से घटना में प्रयुक्त मोबाइल, हत्या के षड्यंत्र में मिले पैसे एवं घटना में प्रयोग किए गए कपड़े एवं मोटरसाइकिल को जप्त किया है. एसपी हारीश ने बताया कि अन्य दो फरार अपराधियों की गिरफ्तारी जल्द कर ली जाएगी. एसपी ने बताया कि हत्याकांड का मुख्य आरोपित य सत्यजीत कुंदन ( 32) निवासी है. उसने शूटर मंगाकर संतोष कुमार मांझी की हत्या करवाया.
कुंदन से मिले 60 हजार रुपए अपराधियों ने आपस में बांट लिया
एसपी ने बताया की हत्या करने के पूर्व कुंदन द्वारा अपराधयों को 60 हजार रुपये दिया गया तथा कहा गया कि हत्याकांड को अंजाम देने के बाद और राशि दी जाएगी. कुंदन से मिले 60 हजार रुपए अपराधियों ने आपस में बांट लिया. पुलिस अपराधियों के पास खर्च के बाद बचे पैसे को भी बरामद किया है. एसपी ने बताया कि कुंदन भारतीय जन जागरूकता पार्टी का प्रदेश संगठन मंत्री भी है और वह जेल जा चुका है.. हत्या का मुख्य कारण आपसी रंजिश है. दुर्गा पूजा के समय पोस्टर लगाने को लेकर भी इन दोनों के बीच विवाद हुआ था.दुर्गा पूजा के समय ही कुंदन द्वारा संतोष कुमार मांझी की हत्या का षड्यंत्र रचा गया. मामले के खुलासे के क्रम में यह बात भी सामने आई की सत्यजीत कुंदन की वर्तमान पत्नी के साथ सामाजिक रूप से शादी नहीं हुई है.
लड़की द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने के बाद सत्यजीत कुंदन इस केस में धारा 376 के तहत जेल गया था. जेल से निकलने के बाद वह उस लड़की से पहाड़ी मंदिर में जाकर शादी कर परिवार के साथ रह रहा है. कुंदन को शक था कि संतोष मांझी द्वारा ही युवती से केस करवाया गया था. इसी शक के बाद दोनों में आपसी रंजिश रहा.