रांची : राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास शुक्रवार को एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गये. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलायी.
भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा और वीरों की पावन भूमि झारखंड राज्य की भूमि पर पुरानी भूमिका में लौटकर ऐसा लग रहा है कि जैसे मां के आंचल तले वापस आया हूं. राज्यपाल होना गरिमा की बात होती है लेकिन संगठन का दास होना गर्व की बात होती है. उन्होंने कहा कि आज 10 जनवरी का दिन मेरे लिए ऐतिहासिक दिन है, जहां मैं राष्ट्र की राजनीति करने वाले एकमात्र लोकतांत्रिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी की 1980 के बाद दूसरी बार सदस्यता ले रहा हूं.
रघुवर ने कहा कि 26 अक्टूबर, 2023 को नई दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को ओडिशा का राज्यपाल बनने से पूर्व मैंने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा सौंपा था. यह मेरे लिए भावुक पल था. आज दूसरी बार सदस्यता लेते हुए मुझे काफी हर्ष हो रहा है. इसके लिए राष्ट्रीय नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र ,मोदी गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी समेत झारखंड के हमारे प्यारे कार्यकर्ताओं के प्रति आभार प्रकट करता हूं.
रघुवर ने कहा कि वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में पूरी पार्टी ने एकजुट होकर विजय दिलाने के संकल्प के साथ दिन-रात मेहनत की. इसकी में प्रशंसा करता हूं लेकिन परिणाम हमारे अनुकूल नहीं रहे. राजनीतिक जीवन में हार-जीत लगी रहती है. जय-पराजय जीवन का हिस्सा है. हम लोगों ने वह दिन भी देखा है जब 1984 में हमारे दो सांसद थे तब विपक्षी हम दो हमारे दो बोलकर हमारी खिल्ली उड़ाते थे लेकिन जैसा आप सभी को पता है कि भाजपा का जन्म ही हुआ है राष्ट्र को परम वैभव पर ले जाने के लिए, ना कि सत्ता सुख भोगने के लिए.
रघुवार ने कहा कि झारखंड की जनता ने जो जनादेश दिया है, मैं उसका सम्मान करता हूं. झारखंड की जनता ने गठबंधन की सरकार को राज करने का बहुमत दिया है. इंडी गठबंधन ने चुनाव में जो वादे किए थे, उसी के आधार पर उन्हें जनादेश मिला है. साथ ही जनता ने विपक्ष को भी मजबूती के साथ सरकार पर दबाव बनाने का जनादेश दिया है.
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के हर कार्यकर्ता सरकार से अपील किया कि वह अपने वादे पूरे करें. हम कुछ महीने इंतजार करेंगे कि गठबंधन सरकार जनता से किये अपने वादों को पूरा करें. अन्यथा भाजपा जनहित के मुद्दे पर सड़क से लेकर सदन तक सरकार को वादे पूरा करने के लिए मजबूर करेंगे.