कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में पांच दिवसीय एआई कार्यशाला का शुभारंभ
समर्पण चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित कार्यशाला में कक्षा 10 से 12 तक की सैकड़ों छात्राएं ले रही हैं भाग
रांची 16 सितंबर 2025। समर्पण चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से कांके स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) में सोमवार से पांच दिवसीय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। इस कार्यशाला में कक्षा 10 से 12 तक की सैकड़ों छात्राएं भाग ले रही हैं।
कार्यशाला का उद्घाटन विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती अंजली गांगुली, ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी श्री आनंद केडिया, उमेश केडिया, स्मिता केडिया, रिलेशंस के निदेशक आशुतोष द्विवेदी, रंगकर्मी ऋषिकेश लाल, शिक्षिका रेशमा परवीन सहित अन्य विशिष्ट अतिथियों ने दीप प्रज्वलन कर किया।
कार्यशाला का संचालन विद्यालय के कंप्यूटर शिक्षक श्री सतीश नायक द्वारा किया गया, जिन्होंने छात्राओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मूल अवधारणाओं, इसके प्रकार, उपयोग और वास्तविक जीवन में इसके अनुप्रयोग के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
श्री नायक ने बताया कि एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) वह तकनीक है, जो मशीनों को इंसानों की तरह सोचने, सीखने और निर्णय लेने में सक्षम बनाती है। यह बड़े डाटा का विश्लेषण कर पैटर्न पहचानती है, भविष्यवाणियां करती है और स्वतंत्र निर्णय ले सकती है।
इस कार्यशाला के दौरान छात्राओं को न केवल एआई के तकनीकी पहलुओं से अवगत कराया गया, बल्कि इसके सामाजिक प्रभावों पर भी चर्चा की गई। उदाहरणस्वरूप, सोशल मीडिया पर एआई किस प्रकार यूजर की रुचियों को पहचान कर विज्ञापन दिखाता है, और यह कैसे व्यक्तिगत डेटा की गोपनीयता को प्रभावित कर सकता है – इस पर विशेष प्रकाश डाला गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को तकनीकी रूप से सशक्त बनाना, उन्हें भविष्य की तकनीकों से परिचित कराना और डिजिटल दुनिया में सुरक्षित व जागरूक उपस्थिति बनाना है।
कार्यशाला के बारे में जानकारी साझा करते हुए ट्रस्ट से जुड़े अमन ने बताया कि इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण के माध्यम से छात्राएं न केवल एआई के सिद्धांत सीखेंगी, बल्कि व्यावहारिक गतिविधियों के माध्यम से इसे समझने का प्रयास भी करेंगी।
विद्यालय प्रशासन एवं ट्रस्ट ने आशा व्यक्त की कि यह कार्यशाला छात्राओं को तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा देगी और उन्हें डिजिटल युग की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करेगी।
