गिरिडीह : गिरिडीह व्यवहार न्यायालय में जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हुआ, जिसका उद्घाटन झारखण्ड उच्च न्यायालय के आंचलिक न्यायाधीश राजेश शंकर ने दीप जलाकर किया. इस दौरान प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार प्रसाद, डीसी नमन प्रियेश लकड़ा और कुटुम्ब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश के साथ बार एसोसिएशन के अधिवक्ता मौजूद थे.
मौके पर न्यायिक अधिकारी यशवंत प्रकाश, आनन्द प्रकाश, राजेश बग्गा, सीजेएम संदीप गौतम और जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव सोनम विश्नोई के साथ सदर एसडीएम श्रीकांत यशवंत, उप नगर आयुक्त विषालदीप खालको, डीएसपी कोसर अली, अंकिता राय समेत कई अधिवक्ता और पक्षकार शामिल हुए. अपने उद्गार में आंचलिक न्यायाधीश राजेश शंकर ने लोक अदालत को देश और समाजहित में न्यायिक पर्व बताया और कहा कि लोक अदालत में किसी भी मामले में निष्पादन होने के बाद किसी भी पक्ष को कही और सुनवाई का कोई मौका नहीं मिलता. इसलिए सबसे सुविधा के साथ लोक अदालत में कई मामले निपटाए जाते हैं. इसके प्रति लोगो को जागरूक हो कर हिस्सा लेना चाहिए, जिससे वक्त पर न्याय मिल सके.
आंचलिक न्यायाधीश राजेश शंकर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि गिरिडीह में इस राष्ट्रीय लोक अदालत के जरिए ही अब तक टोटल 1,772 पेंडिग केस निपटाए जा चुके है. इसमें सिविल वाद से जुड़े 213 केस के साथ एनआई एक्ट से जुड़े 72 मामले और बिजली विभाग से जुड़े 280 केस के साथ मामूली अपराध से जुड़े 1058 केस का निपटारा हुआ है. संभवत देर शाम तक इसे अधिक आंकड़े जा सकते हैं. कहा कि अब 125 करोड़ 36 लाख वसूली भी किया गया, जिसमें बैंक के साथ अलग अलग विभागों से जुड़े मामले हैं. आज हुई लोक अदालत को लेकर कुल 10 पीठों का गठन किया गया था.