पश्चिम बंगाल में राशन घोटाला मामले में ईडी की कर्रवाई जारी है. आपको बता दें कि ईडी के अधिकारी उत्तर 24 परगना के संदेशखाली स्थित सरबेड़िया के निवासी तृणमूल कांग्रेस के नेता, राशन और डीलर व्यवसायी शेख शाहजहां के आवास पर जांच के लिए पहुंचे थे, जहां ईडी अधिकारियों और सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) के जवानों पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया और वाहनों में तोड़फोड़ की. इसके बाद से राजनीतिक बयानबाजी का दौर जारी है. मामले पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने ईडी की टीम पर हुए हमले को लेकर तृणमूल कांग्रेस और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा, साथ ही आरोप लगाया कि बंगाल में लोकतंत्र स्पष्ट रूप से अनुपस्थित है और ऐसा प्रतीत होता है कि बनर्जी उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन जैसी सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं.
आगे गिरिराज सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र जैसा कुछ नहीं है. ऐसा लगता है कि वहां किम जोंग-उन की सरकार है. वहीं अधीर रंजन ने कहा है कि अगर हत्या भी हो जाए तो कोई नई बात नहीं होगी. यह ममता बनर्जी का लोकतंत्र है. आपको बता दें कि शुक्रवार सुबह खबर आई कि पश्चिम बंगाल में शाहजहां शेख के ठिकाने पर रेड करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम जब पहुंची थी. तभी 200 के करीब ग्रामीणों ने ईडी की टीम पर हमला कर दिया.
शेख शाहजहां के बारे में जानें
यदि आपको याद हो तो 2011 में लेफ्ट को सत्ता से बेदखल कर तृणमूल कांग्रेस सत्ता में आई थी. एक चौथाई का दावा है कि वामपंथियों के सत्ता के गलियारों से चले जाने के बाद शाहजहां ने लाल सेना छोड़ दी और तृणमूल का दामन थाम लिया. वे शुरू में किसी पद पर नहीं रहे. लेकिन शाहजहां के संगठनात्मक कौशल पर एक शीर्ष तृणमूल नेता की नजर पड़ी. शाहजहां को उनके हाथ से तृणमूल का पद मिल गया. फिर शाहजहां आगे बढ़ते चले गये.