रांची : प्रवर्तन निदेशालय (ED ) लगातार ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम से पूछताछ कर रहा है. अधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि झारखंड के 16- 17 नेता- विधायक मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के संपर्क में थे. टेंडर को लेकर सभी उनसे संपर्क में थे. इनमें दो महिला विधायक भी शामिल थीं, जिन्होंने वीरेंद्र राम के साथ लगातार और लंबी बातचीत की थी. सभी ईडी के निशाने पर हैं.
कई वरिष्ठ अफसर भी टेंडरों के प्रबंधन के लिए करते थे बात
इसके अलावा कई अन्य वरिष्ठ अफसर हैं जो नियमित रूप से टेंडरों के प्रबंधन के लिए वीरेंद्र राम से बात करते थे. ईडी सूत्रों ने बताया कि जो पांच प्रतिशत कमीशन नहीं देगा, उसे काम नहीं मिलेगा. एक अफसर वीरेंद्र राम को ग्रामीण विकास विभाग के एक ऐसे टेंडर के बारे में निर्देश दिया है. वह ईडी के पास मौजूद है. यह जानकारी ईडी ने वीरेंद्र राम के फोन को सर्विलांस पर रखकर जांच के क्रम में जुटायी है.
ईडी ने वीरेंद्र राम और कई अन्य लोगों को निगरानी में रखा था
जांच के दौरान ईडी (ED) ने वीरेंद्र राम और कई अन्य लोगों को निगरानी में रखा था और उनकी फोन से हुई बातचीत को कानूनन पकड़ा था. नेता- विधायक नियमित रूप से वीरेंद्र राम से बात करते थे. उन्हें उनकी पसंद के ठेकेदारों का पक्ष लेने और अन्य प्रतिभागियों को निविदा प्रक्रिया से बाहर करने और अयोग्य घोषित करने के लिए कहते सुना गया.
ईडी ने कई ऑडियो वीरेन्द्र राम को भी सुनाया
ईडी पुलिस रिमांड में लेकर वीरेंद्र राम से पूछताछ कर रही है. ईडी ने कई ऑडियो वीरेन्द्र राम को भी सुनाया है. उन्होंने कई लोगों की पहचान भी ईडी को बतायी है. ईडी ने जांच में पाया है कि वीरेन्द्र राम कई राजनेताओं और नौकरशाहों से मिलकर टेंडर घोटाले के सरगना के रूप में काम करते थे.
ईडी ने वीरेंद्र राम को गिरफ्तार किया था
उल्लेखनीय है कि ईडी ने गत 22 फरवरी को वीरेंद्र राम के आवास पर छापेमारी की थी. रांची के अशोक नगर स्थित आवास से ईडी ने उन्हें पूछताछ के दौरान देर रात गिरफ्तार किया था. वीरेन्द्र राम के 24 ठिकानों पर लगातार दो दिन तक ईडी ने छापेमारी की थी, जिसमें 30 लाख नगद और करीब डेढ़ करोड़ से ज्यादा कीमत के गहने बरामद हुए हैं. ईडी टेंडर से जुड़े मामले में उनको रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है.