रांची : सेना की जमीन और अन्य भूमि घोटाले में गिरफ्तार रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) छह दिन तक पूछताछ करेगी. कोर्ट ने इसकी मंजूरी दे दी. झारखंड के भारतीय प्राशासनिक सेवा के अधिकारी छवि रंजन को शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया.
ईडी ने कोर्ट से दस दिन का रिमांड मांगा
इस दौरान ईडी ने पूछताछ के लिए न्यायालय से छवि रंजन का दस दिन का रिमांड मांगा. न्यायालय ने छह दिन के रिमांड की इजाजत दे दी. इससे पहले शुक्रवार को छवि रंजन को गिरफ्तार करने के बाद रांची सिविल कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया गया था. कोर्ट ने आईएएस रंजन को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.
उल्लेखनीय है कि छवि रंजन गुरुवार को पूछताछ के लिए ईडी ऑफिस पहुंचे थे. ईडी के अधिकारियों ने उनसे 10 घंटे तक पूछताछ की. संतोषजनक जवाब नहीं देने पर ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था.
छवि रंजन पर आरोप ईडी ने लगाये हैं आरोप
छवि रंजन पर ईडी ने कोर्ट में जो आरोप लगाए हैं, उनमें बताया है कि दस्तावेज में जालसाजी कर सेना के कब्जेवाली जमीन के अलावा चेशायर होम रोड और बजरा मौजा की जमीन की खरीद- बिक्री की गलत तरीके से की गयी है. प्रेम प्रकाश के माध्यम से सेना के कब्जेवाली जमीन का म्यूटेशन किया गया.
म्यूटेशन के लिए एक करोड़ रुपये लिए
इसके लिए छवि रंजन ने एक करोड़ रुपये लिए. ईडी की पूछताछ में छवि रंजन ने प्रेम प्रकाश से संबंध को सिरे से नकार दिया था. गुरुवार की रात छवि रंजन की गिरफ्तारी से पहले उनकी पत्नी को मुलाकात करने के लिए ईडी ऑफिस बुलाया गया था.
खुद को बताया निर्दोष, कर्मचारियों पर मढ़ दिया दोष
कुछ देर दोनों के बीच बातचीत हुई जिसके बाद छविरंजन की पत्नी ईडी दफ्तर से बाहर निकल गयीं. छवि रंजन के अधिवक्ता भी ईडी ऑफिस पहुंचे. सुबह से ही ईडी ऑफिस के बाहर गहमा- गहमी तेज थी. सुबह छवि रंजन के लिए घर से ही खाना आया. उनके सेहत की भी जांच की गयी.
कई सबूत छवि रंजन के खिलाफ
छवि रंजन पूछताछ के दौरान खुद को निर्दोष बताते रहे, कई सबूत उनके खिलाफ थे. छवि रंजन अपने अधीनस्थ कर्मचारियों पर सारा दोष मढ़ रहे थे. छवि रंजन ने प्रेम प्रकाश से मिलने की बात से भी इनकार किया. कई सवालों के जवाब में छवि रंजन उलझ गये.