रांची : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने टेंडर कमीशन घोटाला मामले में आईएएस मनीष रंजन को फिर से दूसरा समन किया है. ईडी ने मनीष रंजन को समन भेजकर 28 मई को पूछताछ के लिए ईडी के एयरपोर्ट रोड स्थित क्षेत्रीय कार्यालय बुलाया है. मनीष रंजन वर्तमान में भू-राजस्व विभाग के सचिव हैं. इससे पहले वह ग्रामीण विकास विभाग के सचिव के पद पर पदस्थापित रह चुके हैं.
इससे पूर्व मनीष रंजन को ईडी ने 22 मई को समन भेजकर 24 मई को पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय बुलाया था लेकिन मनीष रंजन ने पत्र भेजकर समय की मांग की थी. ईडी टेंडर पास करने के एवज में अवैध तरीके से मोटी रकम वसूलने के मामले में उनसे पूछताछ करेगी.
ईडी को संजीव लाल और जहांगीर आलम के घर से रुपये के साथ कमीशन के पैसों के बंटवारे और उसके हिस्सेदारों का ब्यौरा मिला है. इस ब्यौरे में कमीशन की रकम में हिस्सा लेने वालों के नाम के बदले कोड वर्ड का इस्तेमाल किया गया है. हिस्सेदारों के लिए एच (ऑनरेबल मिनिस्टर), एम (मनीष), एस (संजीव लाल), टीसी (टेंडर कमेटी), सीइ (चीफ इंजीनियर) जैसे कोड वर्ड का इस्तेमाल किया गया है. ईडी ने जांच में मिले इन तथ्यों से संबंधित साक्ष्य अदालत में भी पेश किया है.
उल्लेखनीय है कि ईडी ने टेंडर घोटाला मामले में दो दिनों की पूछताछ के बाद 15 मई की देर शाम मंत्री आलमगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया था. ईडी ने मंत्री को रिमांड पर लेकर उनसे लगातार टेंडर घोटाले मामले में पूछताछ कर रही है. इससे पहले ईडी ने बीते पांच मई को टेंडर कमीशन घोटाले में मंत्री आलमगीर के पीएस संजीव लाल और उसके नौकर जहांगीर सहित अन्य लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी.
छापेमारी में ईडी ने संजीव लाल के नौकर जहांगीर और बिल्डर मुन्ना सिंह के ठिकानों से कुल 35.23 करोड़ रुपये नकदी बरामद किये थे. इस मामले में ईडी ने पांच मई की देर रात को पीएस संजीव लाल और जहांगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद ईडी ने दोनों को कोर्ट में पेश किया और रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी.