डीएमएफटी फंड घोटाला पूरे झारखंड में फैला हुआ है: बाबूलाल मरांडी
रांची, 24 अक्टूबर । झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने बाबूलाल मरांडी ने राज्य में उजागर हो रहे जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) फंड घोटाले पर कड़ी आपत्ति जताई है।
मरांडी ने सोशल मीडिया एक्स पर शुक्रवार को लिखा, ” मैंने पहले भी कहा था, डीएमएफटी घोटाले में बोकारो सिर्फ़ एक झांकी है,असल में यह भ्रष्टाचार पूरे झारखंड में फैला हुआ है। अब कोडरमा और धनबाद से भी घोटालों के नए तथ्य सामने आ रहे हैं।”
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आम तौर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी एक जिले से दूसरे जिले में अनुभव लेकर जाते हैं, लेकिन हेमंत सोरेन की सरकार में अधिकारी अपने साथ अपने पुराने दलालों और ठेकेदार साझेदारों को भी ले जाते हैं।
मरांडी ने कहा कि मिली जानकारी के अनुसार, कोडरमा में उपायुक्त रहते हुए आदित्य रंजन ने डीएमएफटी फंड से “स्किल डेवलपमेंट” के नाम पर प्रबंधन एवं उद्यमिता एवं व्यावसायिक कौशल परिषद (एमईपीएससी) और तितली फाउंडेशन के साथ मिलकर जमकर लूट मचाई। अब जब वे धनबाद के उपायुक्त बने हैं, तब वही खेल दोबारा शुरू हो गया है। यहां भी एमईपीएससी और तितली फाउंडेशन के साथ सांठगांठ कर डीएमएफटी फंड को फिर से लूटा जा रहा है। इस लूट की स्क्रिप्ट इतनी चालाकी से लिखी गई है कि टेंडर की शर्तों में बदलाव कर मनचाही कंपनियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह है कि वे कोडरमा में वर्ष 2022–24 के दौरान डीएमएफटी फंड के उपयोग की उच्च स्तरीय जांच कराएं, आदित्य रंजन और प्रांजल मोदी के बीच के रिश्तों की भी पड़ताल करवाएं। उन्होंने धनबाद में डीएमएफटी फंड से जुड़े सभी चल रहे टेंडर प्रक्रियाओं को तत्काल रोककर निष्पक्ष जांच सुनिश्चित कराने की मांग भी की।
