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Giridih : JMM यानी झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता और झारखंड आंदोलनकारी उमेश महतो की डेड बॉडी एक डोभा में मिली. बॉडी गिरिडीह के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के धनयडीह गांव के डोभा में मिली. लाश मिलने की फैली खबर के बाद इलाके में सनसनी फैल गयी. मिली सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और डेड बॉडी को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया. आशंका जतायी जा रही है कि उमेश महतो की हत्या कर उनकी लाश को डोभा में फेंक दिया गया है. मृतक उमेश महतो के बेटे रविंद्र प्रसाद वर्मा ने गांव के ही एक शख्स और उसके बेटे पर अपने पिता की हत्या का इल्जाम लगाया है. पुलिस को दिये अपने बयान में उन्होंने बताया कि जमीन को लेकर गांव के ही एक शख्स के साथ लफड़ा-झगड़ा चल रहा था.
रविंद्र ने बताया कि बीते रविवार को दिन के करीब 12 बजे उमेश महतो अपनी गाड़ी से सुल्तानगंज के लिये निकले थे. इसी बीच खबर मिली कि पिता की लाश डोभा में मिली है. रविंद्र ने आगे बताया कि उनके पिता झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के पूर्व प्रखंड प्रमुख और सरपंच भी रह चुके हैं. झारखंड अलग राज्य बने, इसको लेकर जो आंदोलन हुआ, उसमें भी वे शामिल रहे हैं. 2019 का चुनाव गिरिडीह प्रखंड पश्चिम भाग में उनके पिता के ही नेतृत्व में लड़ा गया था.
स्पॉट पर मौजूद कुछ लोगों ने बताया कि उमेश महतो की लाश को जब डोभा से निकाला गया तो उनके मुंह-नाक-आंख से खून निकल रहा था. गर्दन में मफलर कसा हुआ था. फिलहाल पुलिस ने डेड बॉडी का पोस्टमार्टम करा दिया है. थानेदार श्याम किशोर महतो दलबल के साथ पूरे इलाके में तफ्तीश कर रहे हैं और मौत के पीछे छिपे राज को खोलने में जुट गये हैं.