पश्चिमी सिंहभूम : सीआरपीएफ 60 बटालियन के जवान अमित सिंह ने कैंप में अंधाधुंध फायरिंग करने के बाद खुद को इंसास राइफल से गोली मार ली, जिससे उसकी मौत हो गयी. घटना घोर नक्सल प्रभावित गोइलकेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत आराहासा कैंप में गुरुवार रात हुई. पुलिस ने शुक्रवार को चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को सीआरपीएफ को सौंप दिया.
मुख्यालय में मृतक अमित सिंह को श्रद्धांजलि दी गयी
सीआरपीएफ के चक्रधरपुर असंतलिया स्थित 60 बटालियन मुख्यालय में जवान मृतक अमित सिंह को श्रद्धांजलि दी गयी. बटालियन के कमांडेंट आनंद कुमार जेराई, उप कमांडेंट जियाउल हक सहित सभी अधिकारी व जवानों ने फूलमाला चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. अमित जम्मू कश्मीर के जिला अंतर्गत बिसना के देवली थाना क्षेत्र का निवासी था. उसके शव को पैतृक गांव भेज दिया गया है. शव चक्रधरपुर से रांची सड़क मार्ग से ले जाया गया, जहां से हेलीकॉप्टर से ले जाया जाएगा.
कैंप में हमेशा तनाव में रहता था अमित सिंह
बताया जाता है कि अमित सिंह चार-पांच दिन पहले ही हवलदार के लिए टैनिंग कर लौटा था. वह कैंप में हमेशा तनाव में रहता था और घर से हमें हमेशा फोन पर बात करता था. पांच जनवरी को भी उसने फोन पर घर बात की और रात में घटना को अंजाम दिया. गोली चलने की आवाज़ से कैंप में अफरा-तफरी मच गयी. घटनास्थल पर पहुंचे जवानों ने देखा कि सीआरपीएफ जवान अमित सिंह का मृत शरीर फर्श पर पड़ा हुआ था. सूचना पर पहुंची गोइलकेरा थाना पुलिस ने जवान के रायफल और मोबाइल को जब्त कर लिया है.
सीआरपीएफ में 2015 में बहाल हुआ था अमित सिंह
सीआरपीएफ में अमित सिंह वर्ष 2015 में बहाल हुआ था. इसके बाद 12 अक्टूबर, 2021 को सीआरपीएफ के 60 बटालियन में उसका तबादला चक्रधरपुर असंतलिया स्थित सीआरपीएफ 60 बटालियन में हुआ था. वह वर्तमान में गोइलकेरा के आरा हासा कैंप में पदस्थापित था, जहां नक्सलियों के खिलाफ एलआरपी चल रहा है.