जमशेदपुर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि लोकसभा चुनाव देश को और युवाओं को सशक्त बनाने के लिए भविष्य को चुनता है. चुनाव में राष्ट्रीय सुरक्षा की बात होनी चाहिए. इंफ्रास्ट्रक्चर पर बात होनी चाहिए. विकास की बात होनी चाहिए लेकिन कांग्रेस-झामुमो को देश के विकास से मतलब नहीं. इन्हें तो विकास का क, ख, ग भी नहीं मालूम. ये सबकी संपत्ति का एक्स-रे कराने, एससी-एसटी का आरक्षण छीनने और रोज मोदी को गाली देने का ही काम करते हैं. इससे आगे वे सोच नहीं सकते.
पीएम मोदी रविवार को जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र के घाटशिला के ताम्र प्रतिभा मंच मैदान (मऊभंडार) में विशाल चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने जमशेदपुर लोकसभा सीट से एनडीए प्रत्याशी बिद्युत वरण महतो के लिए जनता से सहयोग मांगा.
कांग्रेस और झामुमो को लूट-भ्रष्टाचार-वसूली से मतलब, उद्यम से नहीं
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि समाज, देश के विकास में उद्यम, उद्योगपतियों और निवेशकों का बड़ा रोल होता है. जमशेदपुर का तो नाम ही टाटा से जुड़ा है. कांग्रेस उद्यम करने वालों को देश का दुश्मन मानती है, जो कारोबारी उन्हें पैसा नहीं देते, उन पर हमला करते हैं. कांग्रेस और झामुमो को लूट, भ्रष्टाचार, वसूली से मतलब है, उद्यम से नहीं.
मोदी ने कहा कि तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के मुख्यमंत्री बताएं कि उद्यम निवेशकों के बारे में क्या वे कांग्रेस के शहजादे के नजरिए से सहमत हैं. यदि उनके राज्य को छोड़कर निवेशक दूसरे राज्य चले जाएं तो नौजवानों के हक नहीं छीने जाएंगे. रोजगार का संकट नहीं आएगा. पलायन को समस्या नहीं होगी. उद्योग और कारोबार के मामले में कांग्रेस पूरी तरह माओवादी, नक्सली भाषा बोल रही. नक्सली भी रंगदारी लिए बिना कारोबार नहीं करने देते थे. एनडीए सरकार ने इनकी कमर तोड़ी है. अब रंगदारी का जिम्मा कांग्रेस, झामुमो ने उठा लिया है.
25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला
मोदी ने कहा कि 60 सालों तक कांग्रेस देश से गरीबी हटाओ की बात करती रही. उन्होंने (मोदी) गरीबी देखी है, इसका दर्द भोगा है. इसलिए इसके निदान के लिए योजनाएं बनायीं. 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला. लोगों को बैंक की चौखट तक पहले नहीं जाने दिया गया. उनकी सरकार में 52 करोड़ जनधन खाते खोले गए. चार करोड़ गरीबों को पक्का घर मिला.
मोदी ने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के शहजादे वायनाड से भागकर रायबरेली पहुंचे हैं. कह रहे कि उनकी मम्मी की सीट है. आठ साल का बच्चा भी ऐसा नहीं कह सकता. उनकी माता भी वहां लोगों से कहने गयीं कि वे अपना बेटा उन्हें सौंप रही. रायबरेली वाले उनसे पूछ रहे कि कोरोना काल में गायब रहने वाली अब बेटे को रायबरेली वालों को देने आयी हो. ये सब परिवारवादी लोग हैं, जिन्हें खुद के बाद किसी कार्यकर्ता को मौका देने की बजाय बेटे को ही मौका देना है. कांग्रेस, झामुमो को अपने हितों से मतलब है.
झारखंड का नाम आते ही नोटों की गड्डी की याद आती है
मोदी ने कहा कि भाजपा ने आदिवासी समाज के उत्थान के लिए बहुत काम किए. बिरसा मुंडा की जयंती पर राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस मनाया जा रहा. आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाया, जिसका विरोध कांग्रेस ने किया. झारखंड अकूत खनिज संपदा से भरा पड़ा है. इतनी संपदा है कि आप सोच नहीं सकते. फिर भी इतनी गरीबी का होना चिंताजनक है. आज झारखंड का नाम आते ही सबके जेहन में यहां मिलने वाले नोटों के पहाड़ का भी ध्यान आता है. यह भी कि इसके चलते यहां के अफसर जेल में हैं. एक पूर्व मुख्यमंत्री जेल में हैं.
कांग्रेस झामुमो के लोगों ने काली कमाई से नोटों का ढेर लगा रखा है. कांग्रेस भ्रष्टाचार की जननी है. टू जी घोटाला, कोयला घोटाला इनके समय हुआ. झामुमो को भी यही आदत लग गयी. गरीब आदिवासियों के साथ ही सेना तक की जमीन हड़प ली. नोटों के जो पहाड़ इनके घरों, ठिकानों से बरामद हुए वे इनके नहीं. गरीब, दलितों, आदिवासियों के हैं, जिन्हें वे वापस दिलाएंगे. अब वे कानूनी सलाह ले रहे कि इस धन को कैसे वापस गरीबों, आदिवासी को दिया जाये.
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और आजसू पार्टी प्रमुख सुदेश महतो सहित अन्य भी उपस्थित थे.