पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को अपने आवास पर विधान परिषद सहित दो कैबिनेट मंत्रियों के साथ मुलाकात की. इस बीच नीतीश कुमार के सबसे भरोसेमंद और जदयू के वरिष्ठ नेता और वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कल के घटनाक्रम से लेकर आज तक के पूरे मामले को लेकर स्थिति स्पष्ट की.
विजय चौधरी ने कहा है कि राज्य के अंदर चार लाख से अधिक संख्या में नियोजित शिक्षक थे उन्हें अब राज्यकर्मी का दर्जा देने का निर्णय लिया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस निर्णय के प्रति आभार प्रकट करने के लिए आज करीब 6 विधायक और कुछ विधान पार्षद पहुंचे थे. इन लोगों ने सबसे पहले मुझसे संपर्क किया था तो हम उनके साथ हम सभी लोग मुख्यमंत्री को आभार प्रकट करने के लिए पहुंचे थे. बस इतनी सी ही बात थी. इसके अलावा कोई बड़ी बात नहीं थी.
पार्टी से जुड़े किसी मसले के लिए बातचीत को इकट्ठा नहीं हुए : विजय चौधरी
विजय चौधरी ने कहा कि आज पार्टी से जुड़े किसी मसले के लिए बातचीत करने के लिए लोग इकट्ठा नहीं हुए थे. आज जो भी लोग आए हैं वह कल मंत्रिमंडल में लिए गया फैसले के प्रति धन्यवाद ज्ञापन करने आए हैं. इसके अलावा कोई भी बात नहीं है. आपलोग बेकार का परेशान हो रहे हैं. कहीं कोई भी चिंता करने वाली बात नहीं है.
जब विजय चौधरी से ललन सिंह की स्थिति को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कल भी कहा था और आज फिर कहता हूं कि ऐसी कोई बात नहीं है. हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष की तरफ से इस्तीफा दिए जाने की बात सही नहीं है. यह बिल्कुल अफवाह उड़ाई गई है. कल उन्होंने खुद भी बोल दिया है कि ऐसी कोई बात नहीं है. यह बात बिल्कुल फर्जी है. इसके बावजूद आप लोग क्यों इस मुद्दे को इतना तूल दे रहे हैं. मुझे यह समझ में नहीं आ रहा है.
हमारे तरफ भाजपा की नजर नहीं है
भाजपा और उपेंद्र कुशवाहा की तरफ से किए जा रहे दावे पर जदयू नेता ने कहा कि मैं बार-बार कहता हूं कि मुझे किसी घटना के बारे में पूछिएगा तो मैं बता सकता हूं लेकिन कोई नेता क्या कह रहा है, क्या नहीं कह रहा है तो इस पर हम कुछ भी नहीं बोलते हैं. किसी चीज के बारे में आपको जानना है तो मुझसे पूछिए. किसने क्या कहा, क्या नहीं कहा. यह पूछने के लिए और इस पर बोलने के लिए मुझे जरूरत नहीं है. इसके अलावा जदयू के वापस से भाजपा के साथ गठबंधन होने के सवाल पर विजय चौधरी ने कहा कि हमारे तरफ भाजपा की नजर नहीं है. सुशील मोदी को खास तौर पर भाजपा में कोई नहीं पूछ रहा है. इसलिए वह इधर-उधर भटकते रहते हैं और यह सब बात कहते रहते हैं.