गुमला : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने रविवार को सिसई के राजकीयकृत उत्क्रमित मध्य विद्यालय भुसरी स्थित मतदान केंद्र संख्या 20 एवं 21, राजकीयकृत मध्य विद्यालय लावागंई चेगरी स्थित मतदान केंद्र संख्या 22 एवं 23, बिशुनपुर के सामुदायिक भवन बोरांग स्थित मतदान केंद्र संख्या 109 एवं बिशुनपुर के राजकीय मध्य विद्यालय कटिया स्थित मतदान केंद्र संख्या 108 का निरीक्षण किया.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि लोकसभा निर्वाचन के समय काफी गर्मी रहने वाली है. इसे देखते हुए मतदाताओं एवं मतदान कर्मियों के लिए सभी मतदान केंद्रों पर भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार पेयजल, शौचालय, रनिंग वाटर, बिजली, शेड जैसी न्यूनतम सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी. साथ ही सभी मतदान केंद्रों पर वरिष्ठ एवं दिव्यांग मतदाताओं की सहायता के लिए वॉलंटियर नियुक्त किये गए हैं. उन्होंने कहा कि नैतिक मतदान को बढ़ावा देने के लिए बूथ लेवल अवेयरनेस ग्रुप भी बनाया गया है.
निरीक्षण के दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सिसई के राजकीयकृत मध्य विद्यालय लावागंई, चेगरी स्थित मतदान केंद्र के बूथ लेवल अवेयरनेस ग्रुप से जुड़ी सुनीता देवी से भी मिले. वे जानना चाहते थे कि सुनीता लोगों को नैतिक मतदान के विषय में क्या जानकारी दे रहीं हैं.
सामुदायिक भवन बोरांग स्थित मतदान केंद्र संख्या 109 के निरीक्षण के दौरान बोरांग ग्राम प्रधान दिलेशर उरांव ने बताया कि पहले यहां के लोग बानालात स्थित मतदान केंद्र जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग करते थे जिस वजह से बूढ़े-बुजुर्ग लोग अपने मताधिकार के प्रयोग से वंचित रह जाते थे. इस बार अपने गांव में मतदान केंद्र बन जाने से हम सब अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर पाएंगे.
मतदान केंद्र 108 के निरीक्षण के दौरान 87 वर्षीय दिव्यांग भूखली देवी की जानकारी प्राप्त हुई जिनके मतदान हेतु मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने होम वोटिंग कराने संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने मतदान के समय के बारे में मतदान केंद्र संख्या 22 की बीएलओ ओकिला देवी से पूछा. उन्होंने बताया कि इस बार सुबह सात बजे से शाम के 5 बजे तक मतदान रहेगा. पहले तीन बजे ही खत्म हो जाता था. हमलोग पांच बजे तक इस बार मतदान करवाएंगे और जो 5 बजे तक लाइन में खड़े हो जाएंगे उनका भी हमें मतदान कराना है.
इसके अलावा मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने संबंधित मतदान केंद्रों की मतदाता सूची से क्रमवार मतदाताओं के विषय में बीएलओ से जानकारी मांगी. सभी बीएलओ ने आपने क्षेत्र के मतदाताओं की समुचित जानकारी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को दी.