चतरा : पुलिस ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) के दो सब जोनल कमांडर सहित पांच उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से पुलिस ने एक एके -56 रायफल, एक सेमी ऑटोमेटिक एसएलआर राइफल, एक यूएस एम वन रायफल, एक 315 बोल्ट रायफल, 275 राउंड जिंदा गोली, दो देशी कट्टा, पांच मैगजीन और टीपीसी का 88 पर्चा बरामद किया है.
गुप्त सूचना पर सिमरिया एसडीपीओ ने कार्रवाई की
चतरा एसपी राकेश रंजन ने शनिवार को बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर सिमरिया एसडीपीओ अशोक रविदास के नेतृत्व में कार्रवाई की गई. इसमें टंडवा और सिमरिया थाना पुलिस के सहयोग से सिदालू- सतपहरी पहाड़ के जंगल में अभियान चलाकर टीएसपीसी उग्रवादी संगठन के पांच उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है.
सभी उग्रवादी का पूर्व का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार उग्रवादियों में सब जोनल प्रभात उर्फ विरासत गंझू, विशु गंझू, टीएसपीसी के सदस्य अरुण प्रजापति, नरेश कुमार और जितेंद्र कुमार शामिल हैं. गिरफ्तार हुए सभी उग्रवादी का पूर्व का आपराधिक इतिहास रहा है.
कोयला कारोबारी और रेलवे ठेकेदार के लिए बने थे आतंक
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार हुए टीपीसी उग्रवादी संगठन के सब जोनल कमांडर प्रभात, विशु सहित सभी पांचों उग्रवादी चतरा जिला में कोयला कारोबारी और रेलवे ठेकेदार के लिए आतंक का पर्याय बने हुए थे. इन सभी उग्रवादियों के जरिये बीते 30 मई को टंडवा स्थित रेलवे कंस्ट्रक्शन साइट में लगे पोकलेन मशीन को जला दिया गया था.
पिपरवार क्षेत्र में लेवी की भी मांग की गई थी
इसके अलावा 23 सितम्बर को पिपरवार थाना क्षेत्र के पूर्णाडीह कोल परियोजना में इनके जरिये आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया था. साथ ही टीएसपीसी उग्रवादी संगठन के बलवंत के नाम पर भी पिपरवार क्षेत्र में कई लोगों से लेवी की भी मांग की गई थी.
एसपी ने बताया- विरासत गंझू के खिलाफ 14 मामले दर्ज हैं
एसपी ने बताया कि सब जोनल कमांडर प्रभात उर्फ विरासत गंझू के खिलाफ लातेहार जिले के बालूमाथ और चतरा जिले के टंडवा, सिमरिया और पिपरवार थाना में कुल 14 मामले दर्ज हैं. सब जोनल कमांडर विशु के खिलाफ रांची जिले के खलारी, बुढ़मू और चतरा जिले के टंडवा और पिपरवार थाने में 11 मामले दर्ज हैं. अरुण प्रजापति, नरेश भोक्ता और जितेंद्र कुमार के खिलाफ पिपरवार थाना में दो मामले दर्ज हैं. छापेमारी टीम में टंडवा प्रभारी विजय कुमार सिंह, गोविंद कुमार, विवेक कुमार, रुपेश कुमार महतो सहित सशस्त्र बल शामिल थे.