नई दिल्ली : आदित्य एल-1 के सफल प्रक्षेपण के बीच चंद्रयान-3 से भी एक अच्छी खबर है. चंद्रमा की सतह पर प्रज्ञान रोवर ने अबतक 100 मीटर की दूरी तय कर ली है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने प्रज्ञान रोवर के अबतक की चांद पर सैर का नक्शा जारी किया है. शनिवार को इसरो ने एक्स पर जानकारी साझा करके बताया कि प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा के पर 100 मीटर से अधिक की दूरी तय की है.
14 दिन का है मिशन, अब स्लीप मोड की तैयारी
इसरो चीफ एस सोमनाथ ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि लूनर नाइट्स नजदीक हैं. इसलिए इसरो चंद्रयान-3 को स्लीप मोड में लाने की तैयारी कर रहा है. चंद्रयान-3 मिशन 14 दिनों का है. 2 सितंबर को इसका 11वां दिन है. यानी प्रज्ञान के पास साउथ पोल रिसर्च के लिए 3 दिन और बाकी हैं.
दरअसल, चंद्रमा पर 14 दिन तक रात और 14 दिन तक उजाला रहता है. जब यहां रात होती है तो तापमान -100 डिग्री सेल्सियस से भी कम हो जाता है. चंद्रयान के लैंडर और रोवर अपने सोलर पैनल्स से पावर जनरेशन कर रहे हैं. रोवर-लैंडर 14 दिन तक तो पावर जनरेट कर लेंगे, लेकिन रात होने पर पावर जनरेशन प्रोसेस रुक जाएगी. पावर जनरेशन नहीं होगा तो इलेक्ट्रॉनिक्स भयंकर ठंड को झेल नहीं पाएंगे और खराब हो सकते हैं.