रांची : झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स के रियल एस्टेट एंड अर्बन डेवलपमेंट तथा बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन उप समिति की संयुक्त बैठक आज चैंबर भवन में उप समिति चेयरमेन अंचल किंगर, आलोक सरावगी और रोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में संपन्न हुई. सॉफ्टवेयर की तकनीकी खामियों के कारण नक्शा पास करने में होनेवाली कठिनाई पर चर्चा हुई. मास्टर प्लान में सुधार के लिए दिये गये आवेदनों पर कार्रवाई नहीं होने पर भी सदस्यों द्वारा चिंता जताई गई. सहमति बनाई गई कि जल्द ही चैंबर द्वारा नगर प्रशासक से मिलकर, इसपर कार्रवाई का आग्रह किया जायेगा.
वर्तमान में केवल एक वर्ष के लिए बिल्डर रजिस्ट्रेशन मिलने की प्रक्रिया पर असंतोष जताते हुए कहा गया कि बिल्डर रजिस्ट्रेशन तीन वर्ष का मिलना चाहिए. उप समिति द्वारा इस मामले में नगर विकास विभाग के सचिव को पत्राचार करने का निर्णय लिया गया. एक ही बिल्डर रजिस्ट्रेशन से प्रदेश के सभी निकायों में काम करने की अनुमति मिलनी चाहिए. अलग-अलग जगहों के लिए अलग-अलग रजिस्ट्रेशन लेने से अनावश्यक कठिनाईयां होती हैं.
बालू की कमी के कारण हो रही समस्या पर सदस्यों ने चर्चा की. कहा गया कि बालू की पर्याप्त आपूर्ति नहीं होने के कारण रियल एस्टेट सेक्टर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. उप समिति चेयरमेन अंचल किंगर ने कहा कि बालू की कमी के कारण एक तरफ जहां संवेदक, डेवलपर्स के प्रोजेक्ट्स अधूरे रह जा रहे हैं, वहीं मजदूरों का भी पलायन हो रहा है. सरकार को इसकी त्वरित समीक्षा करनी चाहिए. सर्किल रेट की दरों में प्रत्येक दो वर्ष में होनेवाली बढोत्तरी पर भी सदस्यों द्वारा चिंता जताई गई और कहा गया कि इसकी समीक्षा होनी चाहिए.
चर्चाओं के क्रम में जून के प्रथम सप्ताह में उप समिति के सदस्यों द्वारा नॉलेज टूर का आयोजन करने की सहमति बनाई गई. यह निर्णय लिया गया कि पहला टूर हैदराबाद में किया जायेगा. उप समिति चेयरमेन आलोक सरावगी ने कहा कि नॉलेज टूर के माध्यम से हमारी टीम हैदराबाद में किये गये अथवा होनेवाले निर्माण कार्यों, प्रोजेक्ट्स, इंफ्रास्ट्रक्चर को देखेगी. यह टूर नियमित रूप से किया जायेगा. हम प्रयास करेंगे कि इस टूर का लाभ झारखण्ड को मिले.
बैठक में उप समिति चेयरमेन अंचल किंगर, आलोक सरावगी, रोहित अग्रवाल, कार्यकारिणी सदस्य प्रवीण लोहिया, सदस्य मुकेश पाण्डे, अमित अग्रवाल और विकास मोदी उपस्थित थे.