बोकारो वन भूमि घोटाला 2025: सीआईडी ने तेतुलिया में 100 एकड़ से अधिक जमीन फर्जीवाड़ा मामले में दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
रांची, 12 जुलाई – झारखंड के बोकारो जिले के तेतुलिया मौजा में करीब 100 एकड़ से अधिक वन भूमि की अवैध खरीद-बिक्री के मामले में अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। शनिवार को सीआईडी ने इस मामले में किंगपिन इजहार हुसैन और अख्तर हुसैन को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि दोनों ने फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन पर कब्ज़ा कर उसे बेचा है।
🕵️♂️ बोकारो जमीन घोटाले की जांच में ईडी और सुप्रीम कोर्ट भी शामिल
इस मामले की जांच में सीआईडी के साथ-साथ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी सक्रिय है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई चल रही है, जिसमें राज्य सरकार से जमीन के मूल दस्तावेजों का रिकॉर्ड मांगा गया है। झारखंड डीजीपी अनुराग गुप्ता ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जांच अभी जारी है।
🌲 तेतुलिया वन भूमि का फर्जीवाड़ा: अधिकारियों और भू-माफिया की मिलीभगत का आरोप
यह विवादित जमीन पहले बोकारो स्टील प्लांट द्वारा वन विभाग को वापस की गई थी, लेकिन आरोप है कि इसमें भूमाफिया, अंचल अधिकारी और बोकारो स्टील प्लांट के अफसरों की मिलीभगत शामिल है।
सीआईडी ने बोकारो के सेक्टर 12 थाना में दर्ज कांड संख्या 32/2024 को टेकओवर कर जांच शुरू की है।
वन विभाग के वनपाल और वनरक्षक रुद्र प्रताप सिंह की शिकायत के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें जांच में पता चला कि यह जमीन फर्जी दस्तावेजों के ज़रिए बेची गई।
⚖️ सीआईडी की सख्त कार्रवाई से बोकारो में मचा हड़कंप
सीआईडी टीम ने कई बार बोकारो जाकर गहन जांच की। इस कार्रवाई की खबर जैसे ही बोकारो के सफेदपोशों और अधिकारियों तक पहुंची, वहां हड़कंप मच गया।
डीजीपी अनुराग गुप्ता के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है ताकि जमीन घोटाले में शामिल सभी दोषियों को न्याय दिलाया जा सके।
