झारखंडराजनीति

झारखंड में दिसंबर में हो सकते हैं निकाय चुनाव, निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति जल्द

रांची। झारखंड में लंबे समय से टलते आ रहे नगर निकाय चुनाव अब दिसंबर 2025 में कराए जाने की पूरी संभावना बन चुकी है। इसको लेकर राज्य सरकार ने तैयारियों में तेजी ला दी है। वहीं, रिक्त पड़े राज्य निर्वाचन आयुक्त के पद पर अक्टूबर में नियुक्ति प्रक्रिया भी तेज हो गई है। सूत्रों के अनुसार, फाइल आगे बढ़ चुकी है और इसी माह नए आयुक्त की घोषणा होने की संभावना है।

राज्य सरकार ने यह कदम झारखंड हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी के बाद उठाया है। कोर्ट ने सरकार को जल्द से जल्द निकाय चुनाव कराने का निर्देश दिया था।

विधानसभा चुनाव की मतदाता सूची से होगा मतदान

राज्य के 48 नगर निकायों में होने वाले चुनाव 2024 के विधानसभा चुनाव की मतदाता सूची के आधार पर ही कराए जाएंगे। यानी जिन मतदाताओं का नाम इस सूची में दर्ज है, वही निकाय चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।

विधानसभा चुनाव के बाद जिन्होंने अपना नाम दूसरी जगह ट्रांसफर कराया है, उन्हें भी पुरानी जगह पर ही मतदान करना होगा।

नए वोटर नहीं डाल सकेंगे वोट

अक्टूबर 2024 के बाद 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले नए मतदाता इस बार निकाय चुनाव में मतदान नहीं कर पाएंगे। हालांकि वे फॉर्म6 भरकर मतदाता सूची में नाम जुड़वाने का आवेदन दे सकते हैं, लेकिन उसका असर इस चुनाव पर नहीं होगा। इसकी वजह यह है कि विधानसभा चुनाव के लिए उपयोग में लाई गई मतदाता सूची को ही राज्य निर्वाचन आयोग को भेजा गया है।

चुनाव नियमों के अनुसार जब तक नया मतदाता पुनरीक्षण नहीं होता, तब तक पुरानी सूची पर ही चुनाव कराए जाते हैं। अगस्त 2024 में हुए पुनरीक्षण के आधार पर ही यह सूची तैयार की गई थी।

पिछड़ा वर्ग आयोग ने सौंपी ट्रिपल टेस्ट रिपोर्ट

निकाय चुनाव को लेकर पिछड़ा वर्ग आयोग ने नगर विकास विभाग को ट्रिपल टेस्ट रिपोर्ट सौंप दी है। विभाग इसकी समीक्षा कर रहा है। जैसे ही राज्य निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति होती है, चुनावी तैयारियों को और रफ्तार मिलेगी। चुनाव से जुड़े कई अहम फैसले आयुक्त द्वारा लिए जाते हैं।

फिलहाल अफसरों के हवाले है निकायों की व्यवस्था

राज्य में लंबे समय से निकाय चुनाव नहीं होने के कारण कई नगर निगम और नगर परिषदों की कमान प्रशासकों और अधिकारियों के हाथ में है। इनमें रांची, हजारीबाग, गिरिडीह, मेदिनीनगर, आदित्यपुर नगर निगम के अलावा गढ़वा, चतरा, मधुपुर, गोड्डा, साहिबगंज, पाकुड़, मिहिजाम, चिरकुंडा, फुसरो, गुमला, लोहरदगा, सिमडेगा, रामगढ़, चाईबासा, कपाली, नगर उंटारी, हुसैनाबाद, छतरपुर, लातेहार, डोमचांच, राजमहल, बरहरवा, बासुकीनाथ, जामताड़ा, खूंटी, बुंडू और सरायकेलाखरसावां शामिल हैं।

➡️ अब सबकी निगाहें निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति और आधिकारिक चुनाव तिथि की घोषणा पर टिकी हैं।

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