रांची : भाजपा प्रदेश महामंत्री डॉ प्रदीप वर्मा ने मंगलवार को झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य के बयान पर पलटवार किया. वर्मा ने कहा कि झामुमो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की झारखंड की जनता से बढ़ते जुड़ाव, उनकी बढ़ती लोकप्रियता,संकल्प यात्रा की ऐतिहासिक सफलता से हताश निराश और घबराया हुआ है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपने क्षेत्र के लिए एक जनप्रतिनिधि हैं, जहां की जनता ने उन्हें जनादेश देकर मुख्यमंत्री के काबिल बनाया और इस क्षेत्र में लोग उनकी सरकार की अकर्मण्यता से मरते रहेंगे, लाशें निकलती रहेंगी तो भाजपा चुप नहीं बैठेगी. उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने एक संवेदनशील जनप्रतिनिधि का धर्म निभाया. जनता के बीच जाकर उनका दुःख दर्द बांटना एक राजनेता का धर्म है लेकिन झामुमो को यह लाश की राजनीति दिखाई पड़ता है.
वर्मा ने कहा कि हेमंत सोरेन आदिवासी की बात करते हैं लेकिन उनके क्षेत्र में आदिवासी समाज के लोग मलेरिया से मरते रहे और वे देखने तक नहीं गए, जहां तक बाबूलाल मरांडी का सवाल है तो वे उनके पीछे नहीं गए बल्कि वहां गए जहां मुख्यमंत्री अबतक नहीं गए. उन्होंने कहा कि झामुमो बाबूलाल मरांडी को चुनौती नहीं दे तो ही अच्छा. बाबूलाल ने दुमका में मुख्यमंत्री की माता और पिता दोनों को बारी-बारी से हराया है. साथ ही कहा कि भाषा की मर्यादा झामुमो न बताए तो ही अच्छा. एक मुख्यमंत्री को बार-बार ठगूबर दास बोलने वाले आज भाषा की मर्यादा बता रहे. एक राज्य के राज्यपाल पर असंवैधानिक अपमानजनक टिप्पणी करने वाले आज सम्मान की भाषा की उम्मीद करते हैं. झामुमो को अपने अंदर झांकना चाहिए.