रामगढ़ : भाजपा नेता रणंजय कुमार उर्फ कुंटू बाबू ने शनिवार को कहा कि रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र का चुनाव भाजपा को गठबंधन से अलग होकर अकेले दम पर लड़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि 20 साल के बाद ऐसी स्थिति अभी बनी है, जिससे भाजपा इस विधानसभा सीट से अकेले दम पर जीत सुनिश्चित कर सकती है. कुंटू ने केंद्रीय और राज्य स्तरीय पार्टी पदाधिकारियों से इस विषय पर गंभीरता पूर्वक निर्णय लेने का आग्रह किया.
कुंटू ने पत्रकार वार्ता में कहा कि यहां के कार्यकर्ता गठबंधन से घुटने लगे हैं. गठबंधन से उनका मन अब ऊब चुका है. जीतने के बाद भी आजसू के विधायक की ओर से कार्यकर्ताओं को कोई तवज्जो नहीं मिला. यहां तक की उपचुनाव में जीतने के बाद भी आजसू विधायक सुनीता चौधरी ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद तक नहीं दिया.
उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में गठबंधन से अलग होकर भाजपा ने जब अपना प्रत्याशी उतारा था, तो लगभग 37000 वोट पार्टी को मिले थे, जिसमें 87 फीसदी वोट शहरी क्षेत्र के मतदाताओं का था. लोकसभा चुनाव के दौरान जयराम महतो की पार्टी आई और उसने हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र में 156000 वोट प्राप्त किया. रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 56000 वोट जेबीकेएसएस को मिले. इसका मतलब साफ है कि भाजपा को आजसू से कोई फायदा नहीं हुआ.
कुंटू ने कहा कि वर्तमान स्थिति में भाजपा अकेले चुनाव लड़ेगी तो रामगढ़ विधानसभा में चार दिग्गज दावेदार सामने होंगे. गोला और दुलमी प्रखंड में जयराम महतो की पार्टी वोट के मामले में काफी मजबूत होकर उभरी है. इस बार के चुनाव में जीत उसी की होगी इसके पक्ष में रामगढ़ शहर का मतदाता अपना वोट डालेगा. वह वोटर भाजपा समर्थित है. ऐसे में भाजपा की जीत की संभावना काफी अधिक है.
इस दौरान कुंटू ने चंदनक्यारी विधानसभा क्षेत्र में आजसू नेता उमाकांत रजक के द्वारा भाजपा नेता अमर बावरी पर की गई टिप्पणी पर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि अमर बाउरी को बंगाल से झारखंड आए हैं लेकिन उन्हें नहीं पता कि हम सभी भारतवासी है. उन्होंने कहा कि आजसू ऐसी परिस्थिति पैदा न कर दें, जिससे उन्हें विधानसभा चनाव में गोमिया, रामगढ़ और सिल्ली सीट बचाना मुश्किल हो जाए.