रांची : भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने रविवार को कहा कि राज्य में सत्ता संपोषित भ्रष्ट अधिकारियों, दलालों और बिचौलियों का गठजोड़ है. उन्होंने कहा कि दारू घोटाला, अवैध पत्थर, बालू, कोयला खनन घोटाला, जमीन घोटाला, ट्रांसफ़र घोटाला, ठेका-पट्टा घोटाला हर तरीके से राज्यवासियों को लूटा है.
राज्य का मुखिया अनजान बनने का ढोंग रचता है
इतना सब कुछ सामने आने के बाद भी राज्य का मुखिया अनजान बनने का ढोंग रचता है और आदिवासी होने की दुहाई देकर अपने पापों को ढकने की कोशिश करता है. उन्होंने कहा कि जल्द ही इनके सिंडिकेट के मास्टरमाइंड से लेकर हर स्तर के एजेंट होटवार जेल का आनंद लेंगे.
जमीन लूट का मास्टरमाइंड छवि रंजन फिक्स्ड रिश्वत लेता था
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड में जमीन लूट का मास्टरमाइंड छवि रंजन हर अंचल से ढाई लाख रुपये की फिक्स्ड रिश्वत लेता था. जाहिर है अंचलाधिकारी उससे कहीं ज्यादा वसूल कर अपना कट काट कर साहेब को चढ़ावा देते होंगे.
हर महीने 263 अंचलों से साढ़े 6 करोड़ से अधिक राशि फिक्स्ड
263 अंचलों से साढ़े 6 करोड़ से अधिक राशि तो हर महीने फिक्स्ड थी, फिर बड़े जमीनों में करोड़ों का खेल. अब कल्पना करिए कि एक अंचलाधिकारी कैसे गरीब किसानों और रैयतों से भी रिश्वत वसूल कर ऊपर तक पहुंचाता होगा?
त्रस्त किसान कैसे अपनी पीड़ा ऊपर तक पहुंचाए
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सुदूर गांवों में का त्रस्त किसान कैसे अपनी पीड़ा ऊपर तक पहुंचाए. गरीबों की शिकायतें ऊपर तक नहीं पहुंचे, इसके लिए सोरेन सरकार ने पहले ही भाजपा सरकार की 181 सेवा को बंद करा दिया था. अब न छोटे कर्मचारियों की कोई जवाबदेही, न ही अफसरों की. हर स्तर से वसूली करने के लिए नीचे से ऊपर तक तगड़ा नेटवर्क बनाया गया था. प्रेम प्रकाश, पूजा सिंघल, छवि रंजन, अमित जैसे कई लोग सरकार के लिए रिकवरी एजेंट के रूप काम करते रहे हैं.