झारखंड की खनिज संपदा पर है भाजपा की नजर : हेमंत सोरेन

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चतरा : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंगलवार को चतरा जिले के टंडवा प्रखंड मुख्यालय में चुनावी सभा की. सिमरिया विधानसभा से झामुमो प्रत्याशी मनोज चंद्रा के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि भाजपा की नजर झारखंड के खनिज संपदा, जल-जंगल एवं जमीन पर है. वे बड़े पैमाने पर पूंजीपति मित्रों को स्थापित करना चाहते हैं और यहां के लोगों को विस्थापित करने की मंशा है. गरीबों और आदिवासियों का जल-जंगल, जमीन की बात एक जुमले की तरह बड़े-बड़े मंचों से वे बोलते हैं. इस राज्य में उद्योग से लेकर खनन में अपने व्यापारी मित्रों को बैठना चाहते हैं. यहां के आदिवासियों और मूल वासियों को बेदखल करने का इनकी सोची समझी षड्यंत्र है. ये आपके बीच घुसकर हमें बिखरने का प्रयास करते हैं.

उन्हाेंने कहा कि 25 वर्षों के झारखंड में ये 20 वर्षों तक सिंहासन पर बैठे रहे. डबल इंजन की सरकार में यहां के लोगों में कोई बदलाव नहीं हुआ. पूंजीपतियों को मदद पहुंचाने के लिए वोट मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा व केंद्र सरकार आज तक कितने आदिवासी, दलित, मूलवासी व अल्पसंख्यक का भला किए हैं. सिर्फ हिंदू व मुस्लिम करके लड़ाना चाहते हैं. घुसपैठ मेरा व्यक्तिगत मामला नहीं है. यह राष्ट्र का मामला है. केंद्र सरकार इसे नियंत्रित करती है. इस मामले पर देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को बताना चाहिए आखिर घुसपैठियों क्यों बढ़ रहे हैं. देश और सीमाओं की सुरक्षा का जिम्मा केंद्र सरकार पर है. ऐसे में यह इस मसले को उछालकर राज्य सरकार को बदनाम करना चाहते हैं. इनका वश चले तो जात धर्म के नाम पर एक दूसरे में फूट डलवाते ही हैं अब यह घर-घर लड़वाना भी शुरू कर दिए हैं.

उन्हाेंने कहा कि जनता इन्हें मुंहतोड़ जवाब देगी. हमने राज्य में विस्थापन आयोग भी बनाया है. हर एक विस्थापित को हक़-अधिकार देने का काम करेगी अबुआ सरकार. चतरा के लोगों ने विस्थापन का दर्द सहा है. भाजपा बतायें कि इनके लिए क्या किए. उन्होंने कहा कि झारखंड में एक दर्जन मुख्यमंत्री, दो दर्जन से अधिक केंद्रीय मंत्री, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री मंडराने लगे हैं. आसमान में जितने भी गिद्ध मंडरा रहे हैं तीर धनुष की वार से सभी को जमीन पर लाया जाएगा.

उन्हाेंने कहा कि झारखंड में ओबीसी आरक्षण 27 प्रतिशत से घटकर 14 प्रतिशत बाबूलाल मरांडी व भाजपा सरकार ने किया. ये गैस सिलेंडर ₹500 में देने की बात करते हैं. 2014 से लेकर आज तक वे महंगे गैस सिलेंडर बेचते रहे. आज असम, मध्य प्रदेश, यूपी और छत्तीसगढ़ में ये दाम कम क्यों नहीं करते हैं. आदिवासी व गरीब विरोधी भाजपा वाले यह कभी नहीं चाहते हैं कि एक गरीब आदिवासी उनके बगल में बैठे. उन्होंने अपने शासनकाल में किए कार्यों को रखा और कहा कि महिला सशक्तिकरण अबुआ सरकार ने किया है. उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय से पार्टी प्रत्याशी मनोज चंद्रा को जीताने की अपील की.

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