पटना : बिहार विधानसभा में सोमवार को बजट सत्र के 11वें दिन कार्यवाही शुरू होने के साथ ही सदन में बिहार में बढ़ते अपहरण की घटनाओं को लेकर भारी हंगामा हो गया. नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने पटना में शिक्षक के बेटे तुषार की अपहरण करने के बाद हत्या का मामला मजबूती के साथ उठाया.
जवाब नहीं मिलने पर वेल में पहुंच गए
सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं मिलने पर भाजपा के विधायक वेल में पहुंच गए और जमकर हंगामा किया. भारी हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही चलती रही. नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने सदन को बताया कि बिहार में लगातार आपराधिक घटनाएं हो रही हैं. बिल्डर से दो करोड़ की रंगदारी मांगी गई है, जबकि पटना के बिहटा में तुषार की अपहरण के बाद हत्या कर दी गयी.
विभिन्न जिलों से भी अपहरण के मामले सामने आ रहे : नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार के विभिन्न जिलों से भी अपहरण के मामले सामने आ रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष ने सरकार से जवाब मांगा कि बिहार में फिर से अपहरण और रंगदारी का उद्योग शुरू हो गया है. विजय सिन्हा ने सवाल उठाने पर सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया.
स्पीकर बोले- आपने सूचना दे दी, स्थान ग्रहण कीजिए
स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि आपने सूचना दे दी है, स्थान ग्रहण कीजिए. सरकार की तरफ से इस मुद्दे पर जवाब नहीं देने के बाद विपक्ष के विधायक हंगामा करने लगे और वेल में आ गए. स्पीकर बार-बार भाजपा विधायकों से बैठने का आग्रह करते रहे, लेकिन भाजपा विधायक काफी देर तक हंगामा करते रहे.
बिहटा के प्राचार्य के इकलौते बेटे को मार दिया गया
दरअसल, बिहटा के श्रीरामपुर स्कूल के प्राचार्य राजकिशोर पंडित के इकलौते बेटे 13 वर्षीय तुषार का अपहरण 16 मार्च को हुआ था. अपहरण के बाद चालीस लाख रुपये की फिरौती मांगी गयी थी. तुषार के पिता के मोबाइल पर दो बार धमकी भरा वॉइस मैसेज आया. मैसेज भेजने वाले ने 40 लाख रुपये फिरौती मांगी. फिरौती के पैसे नहीं मिलने पर बदमाशों ने तुषार को जिंदा जला दिया और उसका अधजला शव पुलिस ने बरामद किया था.