पटना : बिहार विधानसभा में बुधवार को सदन के अंदर की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही भाजपा के तरफ से सदन का बहिष्कार किया जा रहा है. उनका कहना है कि, जितने दिनों तक हमारे विधायक को सदन से निलंबित किया गया है उतने दिन तक हमलोग सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेंगे. इस बीच अब इस पूरे मामले को सरकार के मंत्री ओर जदयू नेता श्रवण कुमार ने कहा है कि, सदन में कोई भी काम एक तय नियमावली से होता है.
श्रवण कुमार ने कहा- सदन के नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई होती है
कोई भी सदन के नियमों का उल्लंघन करता है तो स्पीकर द्वारा उनके तरफ से कार्रवाई की जाती है. बीते कल सदन के अंदर भाजपा विधायक ने सदन की मर्यादा को तोड़ा जिसके बाद उनके ऊपर कार्रवाई की गई. इसको लेकर भाजपा की तरफ से झूठा विरोध किया जा रहा है जो सरासर गलत है. श्रवण कुमार ने कहा कि भाजपा को सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेना चाहिए और अनुसूचित प्रश्नों का जवाब सरकार से लेना चाहिए.
एक सदस्य पर कार्रवाई हुई है, बाकी लोग को हिस्सा लेना चाहिए
हमलोग तो नहीं कहते हैं की आप सदन से बाहर रहिए या फिर ऐसा कोई कानून भी नहीं है जो इस तरह की बातों को कहता हो. स्पीकर के तरफ से महज उनके एक विधायक को निलंबित किया गया है बाकी लोग को सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेना चाहिए.
श्रवण कुमार ने सवाल पर कहा- सदन नियमों के अनुकूल चल रहा
श्रवण कुमार से यह सवाल किया गया कि भाजपा की तरफ से भी आरोप लगाया जा रहा है कि सदन के स्पीकर एक पार्टी के स्पीकर बनकर रह गए हैं उनके इशारों पर सदन चला रहे हैं तो उन्होंने कहा कि, यह बिल्कुल ही झूठा और बेबुनियाद आरोप है. सदन बिल्कुल नियमों के अनुकूल चल रहा है. सदन के अंदर यदि कोई सवाल नहीं हमसे पूछा जाता है तो उसका जवाब ही सरकार देती है. ऐसे में यदि कोई व्यक्ति की 11:00 बजे शुरू हो और अचानक से सवाल उठाने लगे तो उसका जवाब सरकार कैसे देगी. सदन का जो नियम है उसके अनुसार सवाल पूछा जाएगा तो सरकार जवाब देगी.
मंगलवार को भाजपा विधायक लखेंद्र पासवान ने माइक तोड़ दी थी
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को भाजपा विधायक लखेंद्र पासवान अपना सवाल कर रहे थे. विधानसभा में वह पूरक सवाल पूछना चाहते थे. लेकिन, उन्हें मौका नहीं मिल रहा था. उनके माइक को बंद कर दिया गया था. फिर उन्होंने माइक को तोड़ दिया. उसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने उन पर कार्रवाई करते हुए उन्हें दो दिन के लिए निलंबित कर दिया. इसके बाद विधानसभा में भाजपा ने हंगामा शुरू कर दिया. भाजपा के नेता बेल में आए और वॉकआउट कर दिया. उसके बाद बिहार विधान सभा के पोर्टिको में आकर धरना प्रदर्शन करने लगे. स्थिति ऐसी बनी कि विधानसभा अध्यक्ष को पूरी सुरक्षा के तहत बाहर निकाला गया. जिसके बाद भाजपा ने अगले 2 दिन तक विधानसभा की कार्रवाई में भाग नहीं लेने का निर्णय किया है.