रांची : भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने कहा कि राज्य की हेमंत सोरेन सरकार वोट बैंक की खातिर जानबूझकर राज्य को सांप्रदायिक दंगे की तरफ धकेल रही है. विधि व्यवस्था के सवालों को भी वोट बैंक तथा तुष्टिकरण के चश्मे से हेमन्त सरकार देखती है. बाबूलाल मरांडी गुरुवार को प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे.
उन्माद को बढ़ावा देने और तुष्टिकरण की नीति अपनाने का आरोप
बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने पलामू में दो समुदाय के बीच घटित हिंसात्मक घटना पर कहा कि पलामू की पांकी में जो घटना घटी है वह बहुत ही शर्मनाक है. उन्होंने हेमन्त सोरेन पर उन्माद को बढ़ावा देने और तुष्टिकरण की नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पलामू का मामला सामान्य था. शिवरात्रि के मौके पर हमेशा हिन्दू समाज के श्रद्धालु शिव बारात निकालते है. इसी निमित रास्ते में तोरण द्वार लगाया जाता है.
सिलसिलेवार और सुनियोजित हो रही घटनाएं
मरांडी ने कहा कि पांकी में भी श्रद्धालु तोरण द्वार लगाने का काम कर रहे थे, लेकिन एक समुदाय के लोगों ने उसका विरोध किया और तोरण द्वार लगाने नहीं दिया. यह घटना अचानक घटित नहीं हुई, बल्कि सिलसिलेवार और सुनियोजित तरीके से इस तरह की साम्प्रदायिक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. सरकार साम्प्रदायिक घटनाओं में शामिल असामाजिक तत्वों को संरक्षण देती है. यह राज्य की विकास के लिए उचित नहीं है. राज्य ऐसे में अंधेरे गली में भटक जाएगा.
तुष्टिकरण में दुर्गा की मूर्ति को छोटा करने का आदेश जारी किया था
बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने कहा कि इस सरकार ने एक विशेष धर्म के लोगों को खुश करने के लिए दुर्गा पूजा में देवी दुर्गा की मूर्ति को छोटा करने का आदेश तक जारी कर दिया था. विधानसभा में नमाज कक्ष का आवंटन किया जाना. उर्दू विद्यालय घोषित करना तथा विद्यालय प्रार्थना की पद्धति को बदलना. ये सारी घटनाएं एक सुनियोजित तरीके से की जा रही है.
देवघर में अनावश्यक तनाव पैदा किया जा रहा
उन्होंने देवघर की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि देवघर में अनावश्यक तनाव पैदा किया जा रहा है. जानबूझकर सरकार सांप्रदायिक तनाव पैदा करने में लगी है. महाशिवरात्रि पर धारा 144 की बात बेतुकी है. सरकार पूरे राज्य को साम्प्रदायिक दंगे में धकेलने का काम कर रही है.
दलितों और आदिवासियों की जमीन पर कब्जा किया जा रहा
मरांडी ने कहा कि आज एक समुदाय के लोगों के द्वारा दलितों और आदिवासियों की जमीन पर कब्जा किया जा रहा है. जामताड़ा में दलित की जमीन पर कब्जा किया गया. पलामू में मदरसा की जमीन के नाम पर दलित परिवारों को उजाड़ा गया आज भी वे दलित परिवार थाना परिसर में रहने को बाध्य है. उन्होंने कहा कि जब से हेमन्त सोरेन की सरकार राज्य में बनी है तब से अपराधियों के मनोबल में वृद्धि हुई है.