रांची : भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सोमवार को सोशल मीडिया के माध्यम से देवघर में प. बंगाल के जमीन माफिया का फैल रहे कारोबार की जांच कराने की मांग की है. गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने भी उनसे सहमति जतायी है.
बाबूलाल के मुताबिक- बड़े पैमाने पर जमीन घोटाला हुआ है
बाबूलाल के मुताबिक रांची की तरह देवघर में भी बड़े पैमाने पर कागजातों की हेराफेरी और जालसाजी कर जमीन घोटाला हुआ है. यह सिलसिला जारी है. अपनी चिंताओं को साझा करते कहा है कि एम्स एवं एयरपोर्ट स्थापना की गयी है.
देवघर की जमीन पर माफियाओं की भी नजर
साथ ही बाबा वैद्यनाथ के विश्वव्यापी महत्व के चलते देवघर की जमीन पर न सिर्फ झारखंड बल्कि सीमावर्ती राज्य पश्चिम बंगाल के जमीन माफियाओं की भी नजर रही है. वहां के कुछ मामलों की जांच सीबीआई भी कर रही है. फिर भी जमीन घोटाले का गोरखधंधा जारी है.
जमीन घोटाले का अंतरराज्यीय संबंध रांची की तरह बंगाल से है
मरांडी के अनुसार देवघर में हो रहे जमीन घोटाले गोरखधंधे का अंतरराज्यीय संबंध रांची की तरह बंगाल से है. सीबीआई और ईडी डायरेक्टर से अनुरोध करते बाबूलाल ने कहा है कि रांची की तरह देवघर में कागजातों की हेराफेरी कर हो रहे जमीन घोटाले की विस्तार से जांच का काम अपने हाथ में लें. सोशल मीडिया के जरिये उन्होंने पीएमओ, गृह मंत्रालय, इनकम टैक्स विभाग, देवघर डीसी और झारखंड सीएमओ को भी इस ओर ध्यान देने को कहा है.
निशिकांत दुबे ने बाबूलाल की चिंताओं को जायज बताया
गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने बाबूलाल की चिंताओं को जायज मानते हुए कहा है कि राज्य के पहले मुख्यमंत्री होने के साथ- साथ वे संताल परगना के नस- नस को जानते हैं. देवघर में मंदिर, ट्रस्ट, धर्मशाला की जमीन को बेचने की होड़ लगी है. इसके अलावा एसपीटी कानून को धता बताकर गलत कागज पर भी जमीन की खरीद बिक्री हो रही है. एलपीसी भ्रष्टाचार का सर्टिफिकेट बन गया है.