रांची : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर रोजगार के मुद्दे पर हेमंत सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाया कि युवाओं को नौकरी देना सरकार की प्राथमिकता में शामिल नहीं है, बल्कि उनके शोषण का तंत्र बना हुआ है.
मरांडी ने शनिवार को सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि पिछले दरवाजे से एजेंसियों के जरिए बाहरी लोगों को नौकरी पर रखा जा रहा है. झामुमो के नेता तो आदिवासी युवाओं से अनुबंध अधारित चतुर्थ श्रेणी की नौकरी के लिए भी पैसे की उगाही कर रहे हैं. इस सरकार का पूरा तंत्र ही युवाओं के शोषण में लगा हुआ है.उन्होंने कहा है कि सरकार ने जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति कर दी है. प्रोटोकॉल के मुताबिक, अध्यक्ष को सारी सुविधाएं भी मिलनी शुरू हो गयी हैं, लेकिन युवाओं की नियुक्ति की फाइल टस से मस नहीं हुई है.
मरांडी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि जब तक मुख्यमंत्री अपनी “हिस्सेदारी” तय नहीं कर लेते, तब तक न परीक्षा कैलेंडर जारी होगा, न भर्ती परीक्षा होगी और न ही कोई परिणाम घोषित किया जाएगा.
उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि वे गरीब और आदिवासी युवाओं को मुर्गी, अंडा और सुअर बेचने का सुझाव दोबारा दे दें, ताकि वे जेपीएससी और जेएसएससी परीक्षाओं की तैयारी में समय न गंवाएं.