रांची : एशियन हॉकी फेडरेशन (एएचएफ) ने भारत सहित पूरे एशिया में युवा और महत्वाकांक्षी महिलाओं को सशक्त बनाकर हॉकी में क्राँति लाने के दृष्टिकोण के तहत आज जेएसडब्ल्यू ग्रुप की सामाजिक विकास शाखा, जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन के साथ साझेदारी की घोषणा की. जेएसडब्ल्यू ग्रुप भारत के अग्रणी व्यावसायिक घरानों में से एक है, जो विगत तीन दशकों में ग्रामीण समुदायों को अपने जीवन को समृद्ध और सशक्त बनाने की समृद्ध विरासत के साथ कुशलतापूर्वक संचालित हो रहा है.
दातो तैय्यब इकराम, प्रेसिडेंट, एफआईएच, ने कहा
दातो तैय्यब इकराम, प्रेसिडेंट, एफआईएच, ने कहा, “हॉकी के खेल में अधिक से अधिक महिलाओं को शामिल करने के हमारे प्रयास में यह पहल एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन के साथ यह साझेदारी उन महत्वाकांक्षी महिलाओं को सशक्त बनाकर बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है, जो हॉकी के खेल में न सिर्फ खिलाड़ी के रूप में, बल्कि एम्पायर, तकनीकी अधिकारी और अन्य भूमिकाओं में शामिल होने की इच्छा रखती हैं. यह पहल एफआईएच के ‘समान रूप से अद्भुत’ सिद्धांत का प्रतीक है. सामाजिक विकास में जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन का ज्ञान और अनुभव अभूतपूर्व है. ऐसे में, मैं मानता हूँ कि उनके साथ यह साझेदारी भारत और एशिया के अन्य देशों में महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी.” जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन का स्वागत करते और उन्हें ‘परिवर्तन के चैंपियंस’ की उपाधि देते हुए, फुमियो ओगुरा, प्रेसिडेंट, एएचएफ, ने कहा, “जेएसडब्ल्यू ग्रुप अपनी महत्वाकांक्षी जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स पहल के साथ भारत में खेलों के एक नए युग की शुरुआत करने में सबसे आगे रहा है, जो देश के विभिन्न प्रमुख एथलीट्स का समर्थन करता है.
जेएसडब्ल्यू की पूरे भारत में अभूतपूर्व पहुँच
यह एक ऐसा इकोसिस्टम स्थापित करने में सक्षम रहा है, जो वैश्विक खेल महाशक्ति बनने के भारत के दृष्टिकोण में योगदान देने का वादा करता है. एएचएफ में, हमारे लिए यह सौभाग्य की बात है कि अधिक से अधिक महिलाओं को खेल क्षेत्र से जोड़ने के हमारे प्रयासों में हमें उनका समर्थन प्राप्त हो रहा है. जेएसडब्ल्यू की पूरे भारत में अभूतपूर्व पहुँच है. इसके साथ ही, उनकी समुदाय-आधारित विभिन्न पहलों के माध्यम से, हमारा मानना है कि हम हॉकी को भारत के साथ ही साथ एशिया के अन्य हिस्सों में भी दृढ़ता से सुलभ करा सकते हैं.”
एशियन हॉकी फेडरेशन के साथ इस अनूठी साझेदारी
एशियन हॉकी फेडरेशन के साथ इस अनूठी साझेदारी के बारे में बोलते हुए, श्रीमती संगीता जिंदल, चेयरपर्सन, जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन, ने कहा, “जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन विभिन्न पहलों के माध्यम से देश भर में सालाना 10 लाख से अधिक व्यक्तियों तक अपनी पहुँच स्थापित करता है. मैं ऐसा मानती हूँ कि इस कार्यक्रम के साथ जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन में, हम सिर्फ एक कार्यक्रम शुरू करने तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि हम एक आंदोलन की अलख जगा रहे हैं. एक ऐसा आंदोलन, जिसका उद्देश्य खेलों में महिला सशक्तिकरण और नेतृत्व की कहानी को फिर से लिखना है. हमारा मिशन स्पष्ट है, जिसमें लैंगिक समानता को प्रखरता से बढ़वा देना, भारत और एशिया के 30 देशों में हॉकी के क्षेत्र में महिलाओं को सशक्त बनाना और मैदान के भीतर एवं बाहर हर संभव प्रयास को पुनः परिभाषित करना शामिल है.”
शिक्षा, स्वास्थ्य व पोषण, कौशल विकास, पर्यावरण व जल, कला और विरासत जेएसडब्ल्यू😭 फाउंडेशन का फोकस क्षेत्र है; वहीं खेल जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन के लिए सबसे सुदृढ़ फोकस बिंदुओं में से एक रहा है. जेएसडब्ल्यू का मानना है कि खेल में सामाजिक भेदभाव और लैंगिक असमानताओं को खत्म करने की शक्ति है. खेल के माध्यम से, जेएसडब्ल्यू इस क्षेत्र में उत्कृष्टता को बढ़ावा देता है और विभिन्न कार्यक्रमों और मंचों की पेशकश करता है, जो खेलों में वैश्विक पॉवरहाउस का दर्जा हासिल करने के भारत के दृष्टिकोण में सहायता करते हैं. उनके सुदृढ़ खेल इकोसिस्टम ने हाल ही में हांग्जो एशियाई खेलों में 107 पदकों में से 17 पदकों का मार्ग प्रशस्त किया है.