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अमीरे शरीअत की राहुल गांधी से विशेष मुलाक़ात, वक़्फ़, भीड़ हिंसा और SIR पर हुई गंभीर चर्चा


नई दिल्ली, 2 अगस्त । बिहार, उड़ीसा, झारखंड और पश्चिम बंगाल के अमीरे शरीअत हज़रत मौलाना अहमद वली फैसल रहमानी दामत बरकातुहुम (सज्जादा नशीं, ख़ानक़ाह रहमानी, मुँगेर) ने शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में कांग्रेस नेता एवं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से एक विशेष मुलाक़ात की। यह बैठक वक़्फ़ संपत्तियों, भीड़ हिंसा और SIR (Special Summary Revision) जैसे संवेदनशील मुद्दों के मद्देनज़र आयोजित की गई थी।

मुलाक़ात के बारे में जानकारी जामिया रहमानी के पत्रकारिता विभाग के प्रमुख प्रो. फ़ज़ले रहमां रहमानी ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी।


वक़्फ़ संपत्तियों पर संवाद: “वक़्फ़ मुसलमानों की अमानत” — राहुल गांधी

अमीरे शरीअत ने मुलाक़ात के दौरान वक़्फ़ अधिनियम और इससे जुड़ी हालिया गतिविधियों पर मुस्लिम समाज की चिंताओं से राहुल गांधी को अवगत कराया। उन्होंने वक़्फ़ संपत्तियों को मुस्लिम समाज की धार्मिक, शैक्षणिक और सामाजिक विरासत बताया, जिस पर पूर्ण संरक्षण की आवश्यकता है।

राहुल गांधी ने 29 जून को पटना में आयोजित “वक़्फ़ बचाओ–संविधान बचाओ सम्मेलन” की सराहना करते हुए कहा, “वक़्फ़ मुसलमानों की अपनी अमानत है और इस पर उनका अधिकार पूरी तरह सुरक्षित रहना चाहिए।”


SIR प्रक्रिया को लेकर गहरी चिंता, पारदर्शिता की मांग

अमीरे शरीअत ने बिहार में चल रही SIR (Special Summary Revision) के अंतर्गत वोटर लिस्ट पुनरीक्षण प्रक्रिया को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने आशंका जताई कि यह प्रक्रिया गरीब, कमजोर और पिछड़े वर्गों को मताधिकार से वंचित कर सकती है। उन्होंने मांग की कि इस प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी और न्यायपूर्ण बनाया जाए।


भीड़ हिंसा पर सर्वसम्मति: संविधान विरोधी कृत्य

भीड़ हिंसा के बढ़ते मामलों पर चर्चा के दौरान अमीरे शरीअत ने इसे मानवता और संविधान के ख़िलाफ़ संगीन अपराध बताया। इस पर राहुल गांधी ने सहमति जताते हुए कहा, “भीड़ हिंसा अस्वीकार्य है और इसके दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। लापरवाह अधिकारियों को भी जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।”


अमन, तरक़्क़ी और सामाजिक न्याय पर हुई विस्तृत चर्चा

बैठक के दौरान देश में अमन-चैन, सामाजिक न्याय, गंगा-जमुनी तहज़ीब और संविधान की रक्षा जैसे मुद्दों पर भी गहन संवाद हुआ। दोनों नेताओं ने अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा और संवैधानिक ढांचे को मजबूत बनाए रखने की प्रतिबद्धता दोहराई।


महत्वपूर्ण शख्सियतें भी रहीं मौजूद

इस महत्वपूर्ण बैठक में रहमानी प्रोग्राम ऑफ एक्सलेंस के सीईओ हामिद वली फ़हद रहमानी, कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी और बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु भी मौजूद थे।


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