रांची : पीजीटी-2023 (झारखंड स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक) के रिजल्ट में गडबड़ी की शिकायत सामने आयी है. झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की वेबसाइट पर जारी अंक पत्र से इसकी पुष्टि भी हो रही. 100 अंकों के पेपर में कैंडिडेट को 252 नंबर दे दिए गए हैं. 78 प्रश्नों के सही उत्तर देने वाले को 156 की जगह 88.23 अंक दिए गए हैं. इसे लेकर बवाल शुरू है. नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है.
बाउरी ने बुधावार काे सोशल मीडिया (फेसबुक) पर कहा है कि हेमंत सरकार ने राज्य के युवाओं का भविष्य बेच दिया है. 100 अंकों के पेपर में अभ्यर्थी को 252 अंक दे दिये गये हैं. वहीं, 78 प्रश्नों के सही उत्तर देने वाले अभ्यर्थी को 156 की जगह 88.23 अंक दिये गये हैं. पीजीटी में हुई भीषण गड़बड़ियों का मामला पहले दिन से लगातार भाजपा उठा रही है. अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट साफ दर्शाता है कि किस प्रकार राज्य के युवाओं के साथ खेल हुआ है. यही नहीं, नियुक्ति प्रक्रिया में कई अनियमितताएं हैं. इस मामले की सीबीआई जांच आवश्यक है.
अमर बाउरी ने कहा है कि झारखंड सरकार राज्य के युवाओं के भविष्य को बेचने का पाप ना करे. अविलंब मामले में सीबीआई जांच की अनुशंसा करें. साथ ही उन्होंने कहा है कि सरकार व परिस्थितियां बदलेंगी, जिन्होंने भी “नियुक्ति घोटाले” में सहभागिता सुनिश्चित की है, उनकी जिम्मेदारी तय की जाएगी. भाजपा आएगी, न्याय दिलाएगी.