पटना : पटना हाई कोर्ट ने जाति आधारित जनगणना पर गुरुवार को तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी. इसके बाद बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि कोर्ट के आदेश को पहले समझेंगे. फिर मुख्यमंत्री से बैठकर बात करेंगे और तय करेंगे कि आगे क्या करना है.
हमारी सरकार जाति आधारित सर्वे कराने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध
डिप्टी सीएम ने कहा कि हमारी सरकार जाति आधारित सर्वे कराने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है और कराएगी. गरीबी, बेरोजगारी हटाने एवं जनकल्याणकारी नीतियां बनाने के लिए सरकारों को वैज्ञानिक आंकड़ों की आवश्यकता होती है.
सरकार सभी जातियों और वर्गों को सम्मिलित कर सर्वे करवा रही
हमारी सरकार सभी जातियों और वर्गों को सम्मिलित कर जाति आधारित सर्वे करवा रही है. केंद्र हमारे साथ सौतेला व्यवहार करती है. हम अपने पिछड़े लोगों को आगे लाने के लिए कुछ करना चाहते हैं, तो भाजपा वाले सवाल उठाते हैं.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- नीतीश कुमार नहीं चाहते कि जातीय गणना हो
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार नहीं चाहते कि जातीय गणना हो. नीतीश कुमार की गलतियों की वजह से हाई कोर्ट ने रोक लगायी है. जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि यह हाई कोर्ट का अंतरिम फैसला है. इसे फाइनल नहीं माना जाना चाहिए.
राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा- सरकार फैसले का अध्ययन करेगी
राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि सरकार फैसले का अध्ययन करेगी और आगे कौन सा कदम उठाया जाए, इस पर विचार करेगी. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा है कि सोच- विचार कर बिहार सरकार ने जाति आधारित गणना का फैसला लिया था.
भाकपा माले ने कहा- कोर्ट का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण
दूसरे प्रदेशों में भी जाति आधारित गणना हुई है. इस पर इतनी हाय- तौबा क्यों? भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि कोर्ट का यह फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है. बिहार में 1931 के बाद जाति गणना नहीं हुई है.