रांची : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) रांची महानगर ने छात्रों की विभिन्न समस्याओं को लेकर रांची विश्वविद्यालय में सोमवार को तालाबंदी किया.
इस दौरान विश्वविद्यालय संयोजक शिवेन्द्र सौरव ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन का प्रथम कार्य है प्रवेश, परीक्षा और परिणाम पर कार्य करना लेकिन कुलपति ओर कुलसचिव अपने कार्यों को छोड़कर टेंडर बेचने में व्यस्त हैं. परीक्षा और नामांकन के कार्य के लिए प्राइवेट एजेंसी को रख दिया गया है. उन्होंने कहा कि आये दिन एजेंसी प्रवेश पत्र और रिजल्ट में त्रुटियां करती जा रही है. इसके बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन एजेंसी को संरक्षण दे रही है.
महानगर मंत्री ऋतुराज शाहदेव ने कहा कि आए दिन विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों पर जुल्म कर रहा है. सेमेस्टर चार का जो रिजल्ट आया है वह पूर्णतः निराधार है. विश्वविद्यालय प्रशासन को विचार करने की आवश्यकता है कि आखिर पूरा डिपार्टमेंट कैसे फैल हो सकता है. सेमेस्टर चार के परिणाम की पुनः जांच होनी चाहिए अन्यथा अभाविप अनिश्चित काल के लिए आंदोलन प्रारंभ करेगी.
रांची महानगर कार्यालय मंत्री सौरभ कुमार ने कहा कि परीक्षा की रिजल्ट में गड़बड़ी का मुख्य कारण आउटसोर्सिंग कंपनी है. रांची विश्वविद्यालय आउटसोर्सिंग कंपनी को लाकर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने में लगी हुई. विश्वविद्यालय से आउटसोर्सिंग कंपनी को हटाया जाए और छात्रों के गड़बड़ी हुई रिजल्ट को भी जल्द से जल्द सुधारा जाये.
गौरतलब है कि सेशन 2021-2024 सेमेस्टर चार की रिजल्ट में लगभग सभी महाविद्यालय की लगभग 75 प्रतिशत विद्यार्थियों को फेल कर दिया गय. सेमेस्टर पांच की एग्जामिनेशन फॉर्म भरने का समय भी निकाल दिया गया था.