बेतला नेशनल पार्क में बनेगी आधुनिक टाइगर सफारी, परियोजना पर होंगे 250 करोड़ रुपये खर्च
रांची, 12 जुलाई — झारखंड के बेतला नेशनल पार्क में वन्यजीव पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अब राजगीर मॉडल पर आधारित टाइगर सफारी विकसित की जाएगी। इस महत्वाकांक्षी परियोजना की अनुमानित लागत 250 करोड़ रुपये तय की गई है। योजना को मंजूरी के लिए पहले राज्य वन्यजीव बोर्ड से पास कर केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (CZA) को भेजा जाएगा।
इस बाबत शनिवार को नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार के कार्यालय में वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर, पर्यटन सचिव, और वन सचिव के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें झारखंड के पर्यटन और वन क्षेत्र के विकास से जुड़े कई अहम फैसले लिए गए।
🐯 बेतला टाइगर सफारी: झारखंड पर्यटन का नया आकर्षण
- प्रस्तावित बेतला टाइगर सफारी, बिहार के राजगीर टाइगर सफारी मॉडल के अनुसार तैयार की जाएगी।
- परियोजना से झारखंड इको टूरिज्म को एक नई पहचान मिलेगी और पलामू क्षेत्र में वन्यजीव पर्यटन को गति मिलेगी।
- इससे राज्य के स्थानीय रोजगार, अर्थव्यवस्था, और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पर्यटक आगमन में भी उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है।
🏰 पलामू किला का होगा संरक्षण और पुनर्विकास
बैठक में पलामू क़िला के संरक्षण और जीर्णोद्धार को लेकर भी अहम निर्णय लिया गया:
- ITRHD द्वारा तैयार डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) की समीक्षा की जाएगी।
- भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की मान्यता प्राप्त विशेषज्ञ एजेंसी से वेटिंग के बाद टेंडर आमंत्रण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
- कार्य उसी एजेंसी को सौंपा जाएगा, जिसके पास ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक स्थलों के विकास का अनुभव हो।
🌊 कमलदह झील के सौंदर्यीकरण का भी प्रस्ताव
- पलामू किले के समीप स्थित कमलदह झील को एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में काम किया जाएगा।
- एक अलग प्रस्ताव तैयार कर, झील और उसके आसपास के इलाके को प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यटन केंद्र के रूप में समृद्ध किया जाएगा।
⚙️ परियोजना कार्यान्वयन में लाया जाएगा तेज़ी
- Jharkhand Eco-Tourism Authority (JETA) की गवर्निंग काउंसिल और एग्जीक्यूटिव काउंसिल में बदलाव कर, प्रोजेक्ट्स के कार्यान्वयन की रफ्तार बढ़ाई जाएगी।
- इसका उद्देश्य परियोजनाओं को विलंब से बचाना और स्थानीय विकास में तेजी लाना है।
🗣️ मंत्री सुदिव्य कुमार ने क्या कहा?
मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा:
“अबुआ सरकार झारखंड के पर्यटन स्थलों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। बेतला, पलामू और राज्य के अन्य क्षेत्रों में लगातार प्रयास जारी हैं।”
