रांची : जेवियर समाज सेवा संस्थान (एक्सआईएसएस), रांची ने अपने पूर्व-छात्रों के सपनों, सफलताओं की यादों के साथ उनके पुराने दिन, वर्तमान और भविष्य को फिर से एक बार जीने, याद करने, और परिभाषित करने के लिए ‘वेन ए कासा’ – एनुअल एलुमनाई मीट का आयोजन शनिवार को अपने परिसर किया.
वर्तमान और भविष्य को दर्शाने वाला एक वीडियो दिखाया गया
इस कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई, इसके बाद एक मधुर प्रार्थना गीत और संस्थान के अतीत, वर्तमान और भविष्य को दर्शाने वाला एक उद्घाटन वीडियो भी दिखाया गया. एक्सआईएसएस के निदेशक, डॉ जोसफ मारियानुस कुजूर एसजे, ने पूर्व छात्रों के मिलन को एक बड़ी उपलब्धि बताया.
डॉ कुजूर ने कहा- आप एक्सआईएसएस परिवार को भौगोलिक सीमाओं से परे ले जाते हैं
डॉ कुजूर एसजे ने सभी एलुमनाई को संबोधित करते हुए कहा, “मैं आपको अपने अल्मा मेटर के प्रति अपने प्यार को प्रदर्शित करने के लिए धन्यवाद देता हूं. आप ही हैं जो एक्सआईएसएस परिवार को सभी भौगोलिक सीमाओं से परे ले जाते हैं. जैसा कि हम अपने नए परिसर का निर्माण शुरू करने की योजना बना रहे हैं, हमें उम्मीद है कि हमें आपका अपार समर्थन मिलेगा और हम आपके मार्गदर्शन में आगे बढ़ेंगे.”
सभी चैप्टर प्रेसिडेंट्स ने दी प्रस्तुतियां
एलुमनाई एसोसिएशन ऑफ़ एक्सआईएसएस के सभी चैप्टर प्रेसिडेंट्स द्वारा प्रस्तुतियां दी गईं. उपस्थिति में पूर्व छात्र मुसर्रत हुसैन (अध्यक्ष, दिल्ली), अमिताभ दास (अध्यक्ष, बैंगलोर), वेंकट रामनय्या (अध्यक्ष, हैदराबाद), शाहिद मसूद (अध्यक्ष, पटना), और जसबीर सिंह खुराना (अध्यक्ष, रांची) थे. वर्ष 1977 से 1997 में उत्तीर्ण हुए 102 पूर्व छात्रों का भी इस समारोह में सम्मान किया गया.
जेएपी-1 बैंड ने दी विशेष प्रस्तुति
कार्यक्रम के दौरान जेएपी-1 बैंड द्वारा एक विशेष प्रस्तुति का आयोजन किया गया. छात्रों और एलुमनाई द्वारा गीत, नृत्य और ओपन माइक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया. सभी एलुमनाई एक्सआईएसएस के दोनों वर्ष के छात्रों के साथ एक कार्यक्रम और अनुभव साझा करने का सेशन भी आयोजित किया गया था. इसके अलावा ‘द बुक ऑन एलुमनी जर्नी’ के पोस्टर का उद्घाटन भी किया गया. लाइव संगीत और गाला डिनर के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ.
कार्यक्रम को मारुति सुजुकी, पावरग्रिड, एक्सआईएसएस हैदराबाद एलुमनी एसोसिएशन (एक्सएएएच), ईसीआईएल, बीएमडब्ल्यू, एनटीपीसी, एसडीएस और लीड्स द्वारा प्रायोजित किया गया था.