
Ranchi : राजधानी में महिलाओं व बच्चों से संबंधित अपराध के मामले में रांची पुलिस की छवि एक नंबर पर है. रांची पुलिस ने हाल ही में हुए कुछ मामलों में त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़ितों को न्याय दिलाया है. यह कहना रांची पुलिस का नहीं, बल्कि रांची की आम जनता का है. हाल के दिनों में रांची की आम जनता ने पुलिसिंग से खुश होकर थानेदार से लेकर पूरी टीम को सम्मानित भी किया है. हालांकि, दूसरे जिलों में यह आंकड़ा क्या है, इसका खुलासा भी डीजीपी की समीक्षा के बाद हो जायेगा.
मालूम हो कि 6 मार्च को डीजीपी अनुराग गुप्ता महिलाओं व बच्चों के मामले की समीक्षा करेंगे. इसको लेकर जोनल आईजी व रेंज डीआईजी को कई दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं.
केस – 1
24 जुलाई 2024 को रांची रेलवे स्टेशन से नवजात बच्चा चोरी की सूचना रांची पुलिस को मिली. इस मामले में डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने सिटी डीएसपी के नेतृत्व में टीम गठित की. रांची पुलिस की टीम ने 24 घंटे के अंदर सकुशल बरामद किया गया एवं बच्चे की चोरी एवं खरीद-बिक्री में संलिप्त तीन महिला अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया था.
केस – 2
29 अक्टूबर 2024 को रिम्स से 6 दिन के नवजात की चोरी कर ली गई थी. इस मामले में डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा के आदेश पर सिटी एसपी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया. रांची पुलिस की टीम ने बच्चे को सुरक्षित वैशाली से बरामद करते हुए महिला को गिरफ्तार किया था.
केस – 3
लोअर बाजार अंतर्गत सदर अस्पताल से 18 फरवरी 2025 को महिला का नवजात बच्चा चोरी कर लिया गया था. इस मामले में पुलिस ने 48 घंटे के बच्चे को सुरक्षित बरामद कर लिया था. पुलिस की कार्यशैली से प्रसन्न होकर परिजनों ने थाना प्रभारी समेत अन्य कर्मियों को सम्मानित किया था.
केस – 4
सुखदेवनगर थाना अंतर्गत स्वर्ण जयंती नगर में 4 वर्षीय नाबालिग को आरोपी ने हवस का शिकार बनाया था. इस मामले में डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय के नेतृत्व में टीम का गठन किया. रांची पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी अमर शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा है.