झारखंड मलखंब अकादमी ने पराक्रम दिवस पर मलखंब खेल का आयोजन किया

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रांची : आज झारखंड मलखंब अकादमी रांची के तत्वावधान में बंगीय सांस्कृतिक परिषद विद्यालय सेक्टर-2 धुर्वा रांची के प्रांगण में पराक्रम दिवस के अवसर पर मलखंब खेल का प्रदर्शन सह कार्यशाला का आयोजन किया गया.

इस समारोह के मुख्य अतिथि मलखंब खेल के भीष्म पितामह सह विश्व मलखंब गुरू एवं भारत के प्रथम पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित श्री उदय विश्वनाथ देशपांडे सर्वप्रथम नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर माल्यार्पण कर किया. तत्पश्चात विशिष्ट अतिथि विनोवा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के प्रोफेसर मनीष कुमार सिंह, विधालय सचिव सजल बनर्जी, परिषद के पूर्व कल्याण सचिव सुभाष मुखर्जी एवं विधालय के सभी शिक्षक शिक्षिका गण ने संयुक्त रूप से नेताजी के चित्र पर पुष्प अर्पित किए.

इस अवसर पर मुख्य अतिथि  पधश्री उदय विश्वनाथ देशपांडे जी को झारखंड मलखंब अकादमी, रांची के निदेशक सह अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद, झारखंड प्रदेश के महासचिव डाॅo अजय झा एवं विधालय सचिव सजल बनर्जी ने मिथिला के पाग, अंग वस्त्र एवं बुके देकर सम्मानित किया गया. मुंबई से आये अंतरराष्ट्रीय मलखंब पदक विजेता आकाश कुमार सिंह और सुश्री साक्षी कुमारी को भी माला पहनाकर स्वागत किया गया.

आगन्तुकों का स्वागत बी.एस.पी.वि.के प्रधानाध्यापक अखिलेश्वर उपाध्याय एवं सीनियर शिक्षक चन्द्र कान्त लाल ने किया. जबकि कार्यक्रम सह मंच का संचालन झारखंड राज्य मलखंब संघ  के महासचिव अजय झा ने किया. अंत में धन्यवाद ज्ञापन विधालय की शिक्षिका श्रीमती गीता गोराई ने किया.

 इस अवसर पर राजेन्द्र प्रजापति, मीना गांगुली, कोनिका पाल, आरती सिंह, रानी प्रमाणिक, सुष्मा कुमारी, दिव्या रानी गुप्ता, खुशबू कुमारी, वरीय प्रशिक्षक विवेक कुमार, शुभम सिंह, इन्द्रदेव तिवारी ,सुनीता उरांव, मंगरू उरांव एवं कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.

अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी मलखंब खेल के आकाश कुमार सिंह ने पोल मलखंब  एवं साक्षी कुमारी ने रोप मलखंब, पोल मलखंब पर कई आकर्षक कौशल्य का प्रदर्शन कर दर्शकों का मन मोह लिया. इस अवसर पर झारखंड मलखंब अकादमी के बालक-बालिका ने पोल मलखंब, रोप मलखंब, हैंगिंग मलखंब पर व्यक्तिगत प्रदर्शन किए एवं कई पिरामिड का निर्माण कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया.

श्री उदय विश्वनाथ देश पांडे ने अपने उद्बोधन में कहा कि झारखंड में प्रतिभाओं की कमी नहीं है सिर्फ इस खेल को आगे विकसित करने के लिए झारखंड सरकार के खेल विभाग मलखंब संघ को मदद कर पूरे राज्य में जागरूक करने का प्रयास करना चाहिए .

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