पूर्व सांसद ददई दुबे का पार्थिव शरीर पहुंचा पलामू, कांग्रेस भवन में दी गई श्रद्धांजलि
पलामू, 12 जुलाई 2025: पूर्व मंत्री व सांसद चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे का पार्थिव शरीर शनिवार सुबह पलामू पहुंचा, जहां हजारों लोगों ने उन्हें अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी। रांची से सड़क मार्ग द्वारा जब उनका पार्थिव शरीर मेदिनीनगर लाया गया, तो चंद्रशेखर आजाद चौक, रेड़मा सहित पूरे मार्ग पर लोगों की भारी भीड़ उनके अंतिम दर्शन को उमड़ पड़ी।
इस दौरान “ददई बाबा अमर रहें” और “जब तक सूरज-चांद रहेगा, ददई दुबे तेरा नाम रहेगा” जैसे नारों से वातावरण गूंज उठा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम लोगों ने भी फूल मालाओं से अपने नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की।
पार्थिव शरीर को पलामू स्थित कांग्रेस भवन लाया गया, जहां पूर्व मंत्री के एन त्रिपाठी सहित कई वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं और अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। राष्ट्रीय परशुराम युवा वाहिनी सहित अन्य संगठनों के कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
श्रद्धांजलि सभा के उपरांत उनका पार्थिव शरीर गढ़वा कांग्रेस कार्यालय ले जाया गया। वहां से यह शव उनके पैतृक गांव कांडी प्रखंड के चौका गांव ले जाया जाएगा। इसके बाद नगर उंटारी होते हुए अंतिम संस्कार हेतु वाराणसी ले जाया जाएगा।
राजनीतिक सफर:
चंद्रशेखर दुबे, जिन्हें लोग स्नेह से “ददई बाबा” कहते थे, का 10 जुलाई को नई दिल्ली स्थित सर गंगाराम अस्पताल में निधन हो गया। वे 87 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे।
ददई दुबे विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रहे। उन्होंने 1985 में पहली बार विधानसभा में प्रवेश किया। इसके अलावा वे धनबाद से सांसद भी चुने गए थे। अभिभाजित बिहार और बाद में झारखंड में मंत्री पद पर भी उन्होंने सेवा दी। वे एक प्रभावशाली मजदूर नेता के रूप में भी विख्यात रहे।
उनके निधन से झारखंड की राजनीति को अपूरणीय क्षति हुई है। विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों ने उनके योगदान को याद करते हुए गहरी संवेदना व्यक्त की है।
