चतरा : चतरा पुलिस ने मुठभेड़ में मारे गए प्रतिबंधित संगठन टीएसपीसी के दोनों नक्सलियों के शव को बरामद कर ली है. शव को बरामद करने के बाद पहचान कराई गई. उसके बाद पोस्टमार्टम के लिए चतरा सदर अस्पताल भेजी गई है.
गुरुवार को समाचार लिखे जाने तक सदर अस्पताल में मृत नक्सलियों के पोस्टमार्टम करने की प्रक्रिया की जा रही है.
उल्लेखनीय है कि बुधवार की देर शाम प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसपीसी और पुलिस के बीच भीषण मुठभेड़ हो गई थी. मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गये थे. नक्सलियों के पास से दो अत्याधुनिक राइफल समेत अन्य असलहा भी बरामद किया गया था. हालांकि पुलिस बरामद हथियारों के बारें में अभी तक विस्तृत जानकारी नहीं दी है. मारे गए नक्सलियों में टीएसपीसी का सब जोनल कमांडर हरेंद्र गंझू और ईश्वर गंझू है. हरेंद्र गंझू सदर थाना क्षेत्र के मोकतमा गांव का रहने वाला है. जबकि ईश्वर गंझू
कुंदा का है. सदर थाना क्षेत्र के गनियोतरी जंगल में टीपीसी के नक्सलियों के एकत्रित होने की सूचना के बाद एसडीपीओ संदीप सुमन व सदर थाना प्रभारी विपिन कुमार के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम नक्सलियों की टोह में गनियोतरी जंगल पहुंची थी. इसी दौरान नक्सलियों ने पुलिस को टारगेट करते हुए फायरिंग कर दी. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में टीएसपीसी नक्सली संगठन के सब जोनल कमांडर हरेंद्र गंझू और एक अन्य नक्सली ईश्वर गंझू मारा गया. अन्य उग्रवादियों को भी गोली लगी है. चतरा एसपी विकास पांडे की उपस्थिति में दोनों नक्सलियों की पहचान कराई गई.
आतंक का पर्याय बन गया था सबजोनल कमांडर हरेंद्र गंझू, सात फरवरी को मुठभेड़ में शहीद हुए थे दो जवान
पुलिस मुठभेड़ में मारा गया टीपीसी का सब जोनल कमांडर हरेंद्र गंझू पुलिस के चुनौती बन गया था. विगत सात फरवरी को सबजोनल कमांडर हरेंद्र गंझू दस्ते के साथ सुरक्षाबलों की मुठभेड़ हुई थी. पुलिस अफीम की खेती नष्ट करने गई थी. उस मुठभेड़ में चतरा पुलिस के दो जवान सिंकदर सिंह और सुकन राम शहीद हो गए थे. इस घटना के बाद से पुलिस लगातार हरेंद्र गंझू की टोह में जुटी थी. मुठभेड़ के बाद गुरूवार को भी पुलिस घटनास्थल व आसपास लगातार सर्च अभियान चला रही है.