पलामू: पांकी के निजी अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत, परिजनों का हंगामा, डॉक्टरों पर गंभीर आरोप
पलामू, 10 जुलाई 2025: झारखंड के पलामू जिले के पांकी प्रखंड स्थित किरण सिंह के निजी क्लिनिक सह हॉस्पिटल में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। यह घटना गुरुवार को सामने आई, जिसके बाद गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया और डॉक्टर व स्टाफ को बंधक बना लिया।
ऑपरेशन के दौरान हुई मां और नवजात की मौत
मृत महिला की पहचान ममता देवी (निवासी – कोनवाई, पांकी) के रूप में हुई है, जो सोनू सिंह की पत्नी थीं। बताया जा रहा है कि ममता को प्रसव पीड़ा होने पर पहले मेदिनीनगर के एक डॉक्टर से जांच करवाई गई थी, जिसके बाद उन्हें पांकी के लोहरसी रोड स्थित एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया।
परिजनों के अनुसार, बुधवार रात ममता देवी का ऑपरेशन किया गया, लेकिन इस दौरान अत्यधिक रक्तस्राव होने से ममता और उनके नवजात शिशु की मौत हो गई।
परिजनों ने लगाए लापरवाही और नशे में ऑपरेशन करने के आरोप
ममता देवी के पति सोनू सिंह ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें आश्वस्त किया था कि नॉर्मल डिलीवरी होगी और कोई खतरा नहीं है। लेकिन जब हालत बिगड़ने लगी तो न तो रेफर किया गया और न ही सही इलाज किया गया, बल्कि ऑपरेशन कर दिया गया। ऑपरेशन के बाद रक्तस्राव नहीं रुका, जिससे मां और बच्चे की जान चली गई।
वहीं मृतका के चाचा सुरेंद्र सिंह ने डॉक्टर अखिलेश यादव और अन्य स्टाफ पर शराब पीकर ऑपरेशन करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सभी स्टाफ नशे की हालत में थे, जिससे इतनी बड़ी लापरवाही हुई।
पुलिस जांच में जुटी, एफआईआर के लिए आवेदन
घटना की जानकारी मिलते ही पांकी थाना प्रभारी राजेश रंजन मौके पर पहुंचे और बाधित कर्मियों को मुक्त कराते हुए माहौल शांत कराया। पुलिस ने ममता देवी के शव को पोस्टमार्टम के लिए एमएमसीएच भेज दिया है। परिजनों की ओर से थाने में एफआईआर दर्ज कराने के लिए आवेदन भी दिया गया है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
पांकी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. महेंद्र प्रसाद ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं पलामू के सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि उन्हें घटना की जानकारी मिल चुकी है और पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी गई है।
