शिक्षा के प्रति अब आदिवासी समाज भी हो रहा जागरूक: मंत्री रामदास सोरेन
पूर्वी सिंहभूम, 8 जुलाई । जिले के मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित करने के लिए मंगलवार को माइकल जॉन सभागार, बिष्टुपुर में जिला स्तरीय प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंड के स्कूली शिक्षा और साक्षरता मंत्री रामदास सोरेन रहे।
कार्यक्रम में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी, जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार, जिला शिक्षा अधीक्षक आशीष पांडेय सहित कई अधिकारी उपस्थित थे। समारोह में वर्ष 2024-25 की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के जिला टॉपर्स को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस वर्ष झारखंड अधिविद्य परिषद, सीबीएसई एवं आईसीएसई बोर्ड के विज्ञान, वाणिज्य और कला संकाय के टॉप पांच विद्यार्थियों को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
शिक्षा के महत्व पर मंत्री का जोर
मंत्री रामदास सोरेन ने कहा, “शिक्षा के बिना समाज, राज्य और देश का विकास संभव नहीं। पहले आदिवासी समाज में विशेषकर बेटियों की शिक्षा को महत्त्व नहीं दिया जाता था, लेकिन अब जागरूकता बढ़ रही है। वर्तमान सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है।”
उन्होंने मरांग गोमके छात्रवृत्ति योजना का भी उल्लेख किया, जिसके माध्यम से राज्य के विद्यार्थियों को विदेश में नि:शुल्क उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिल रहा है। साथ ही राज्य के विभिन्न प्रखंडों में नए कॉलेज और आवासीय विद्यालयों की स्वीकृति दी जा रही है ताकि कोई भी बच्चा दूरी के कारण शिक्षा से वंचित न रहे।
उपायुक्त का प्रोत्साहन संदेश
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने टॉपर्स को बधाई देते हुए कहा, “यह सफलता आपकी मेहनत का नतीजा है। इसे विनम्रता के साथ स्वीकार करें और अपने मूल्यों को बनाए रखें। यह एक मील का पत्थर है, अंत नहीं। यदि भविष्य में किसी प्रकार की सहायता की आवश्यकता हो तो जिला प्रशासन से संपर्क करें।”
समारोह में विद्यार्थियों और अभिभावकों ने जिला प्रशासन की इस पहल के लिए आभार जताया।
