झारखंड में ठप पड़ी प्रशासनिक व्यवस्था, सोशल मीडिया तक सीमित हो गया है शासन: बाबूलाल मरांडी
रांची, 08 जुलाई (हि.स.)। झारखंड में प्रशासनिक ढिलाई को लेकर नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अनुपस्थिति में राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था लगभग ठप हो चुकी है और अधिकारी केवल सोशल मीडिया पर औपचारिकता निभाने में जुटे हैं।
मरांडी ने मंगलवार को सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि बीते कुछ दिनों से सरकारी कार्यालयों में वास्तविक कार्य बाधित है और प्रशासनिक अमला केवल ट्विटर-फेसबुक जैसे मंचों पर दिखावे में व्यस्त है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि खूंटी जिले के सिमडेगा-कोलेबिरा मार्ग पर स्थित पोलोल पुल भारी बारिश के कारण ढह गया, जिससे इलाके का यातायात पूरी तरह ठप हो गया है।
पढ़ाई के लिए पुल चढ़ने को मजबूर बच्चे
मरांडी ने बताया कि पुल टूटे हुए दो सप्ताह से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन अब तक कोई वैकल्पिक मार्ग या डायवर्जन नहीं बनाया गया है। इससे सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों को हो रही है, जिन्हें करीब 25 फीट ऊँचाई पर सीढ़ी लगाकर पुल चढ़कर स्कूल जाना पड़ रहा है।
प्रशासन सोशल मीडिया संदेशों का कर रहा इंतजार
मरांडी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर आम जनता की समस्याओं के समाधान के लिए जिला प्रशासन को मुख्यमंत्री के ट्विटर संदेश का इंतजार करना पड़ता है, तो सभी कार्यालयों को बंद कर देना ही बेहतर होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की है कि यदि खूंटी उपायुक्त को सोशल मीडिया के माध्यम से ही निर्देश देना है, तो कम से कम वैकल्पिक आवागमन की व्यवस्था के निर्देश शीघ्र दें, जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो और आम जनता को राहत मिल सके।
