Home

केंद्र सरकार की असहयोगी नीति से योजनाएं प्रभावित, जनता के लिए सरकार प्रतिबद्ध: वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर

रांची – झारखंड के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कई योजनाओं की राशि रोकी जा रही है, जिससे जनता को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का रवैया नकारात्मक है और वह अपना अंशदान नहीं दे रही, जिससे वृद्धा पेंशन जैसी कई कल्याणकारी योजनाएं प्रभावित हो रही हैं।

वित्त मंत्री सोमवार को कांग्रेस भवन में आयोजित जनता दरबार के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाया कि वह लोगों को भ्रमित कर रही है और यह दुष्प्रचार कर रही है कि झारखंड सरकार पैसा नहीं दे रही।


“जनता का काम समय पर हो, कोताही बर्दाश्त नहीं”

वित्त मंत्री ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकारी कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने दो टूक कहा कि अधिकारी या तो काम समय पर करें, या जनता को स्पष्ट बता दें कि कार्य संभव नहीं है। बेवजह कार्यालयों के चक्कर कटवाने की प्रवृत्ति खत्म होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों की कार्य संस्कृति बदलनी होगी, और अब जनता को त्वरित परिणाम देने वाली कार्यशैली अपनानी होगी।


“जनता दरबार से मिल रहा सकारात्मक संदेश” – केशव महतो कमलेश

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि जनता दरबार जैसी पहल से जनता के बीच सरकार को लेकर सकारात्मक संदेश जा रहा है। लोग यह समझ रहे हैं कि सरकार उनकी समस्याओं को धरातल पर सुन रही है और समाधान के लिए तत्पर है।


जनता दरबार में उठे 49 मामले, त्वरित कार्रवाई के निर्देश

जनता दरबार में कुल 49 शिकायतें सामने आईं, जिनमें बिजली, सड़क निर्माण, भूमि विवाद, तालाब जीर्णोद्धार, अबुआ आवास आदि से जुड़ी समस्याएं प्रमुख रहीं। वित्त मंत्री ने हर शिकायत को गंभीरता से सुना और संबंधित अधिकारियों को फोन कर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।


भू अर्जन के मामले में तुरंत उठाया कदम

एक भू-अर्जन से संबंधित शिकायत पर मंत्री किशोर ने तुरंत रांची जिला भू अर्जन पदाधिकारी से संपर्क किया। जब पदाधिकारी ने इसे अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर बताया, तो मंत्री ने भू राजस्व सचिव से संपर्क कर तत्काल संज्ञान लेने को कहा। सचिव ने आश्वस्त किया कि संबंधित कार्रवाई तुरंत शुरू की जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *