भाजपा सारंडा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी मामले में झूठ फैलाकर जनता को गुमराह कर रही: झामुमाे
पश्चिमी सिंहभूम, 1 अक्टूबर । झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने भाजपा पर सारंडा जंगल को छत्तीसगढ़ के हसदेव जंगल की तरह खनिज उत्खनन के लिए उजाड़ने की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाया है। झामुमो ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार इस मंशा को किसी भी हाल में सफल नहीं होने देगी और राज्य सरकार उच्चतम न्यायालय, दिल्ली में 08 अक्टूबर को होने वाली सुनवाई से पहले जनता की राय को अदालत में पेश करेगी।
बुधवार को झामुमो के जिला प्रवक्ता बुधराम लागुरी ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि भाजपा ‘पिछले दरवाजे से षड्यंत्र’ कर आदिवासियों को खदेड़ने का प्रयास कर रही है। उन्होंने भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व सांसद गीता कोड़ा के बयानों को निराधार और भ्रामक करार देते हुए कहा कि जनता को भ्रमित करने की कोशिश की जा रही है। वहीं, हेमंत सरकार लोकतांत्रिक मर्यादा और न्यायपालिका का सम्मान करते हुए जन सुनवाई का आयोजन कर रही है।
छोटा नगड़ा में हुई जन सुनवाई में पांच मंत्री और कई जनप्रतिनिधि केवल जनता की समस्याएं सुनने और उनकी रिपोर्ट अदालत में पेश करने के उद्देश्य से उपस्थित थे। कोई भी कार्रवाई आदिवासियों को परेशान करने के लिए नहीं की गई। झामुमो जिला अध्यक्ष सोनाराम देवगम ने कहा कि भाजपा सारंडा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के मामले में झूठ फैलाकर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने बताया कि मंत्री समूह 02 अक्टूबर को रोआम और 04 अक्टूबर को डिम्बुली का दौरा करेगा और वहां की जनता से सीधे संवाद करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का प्राथमिक उद्देश्य सारंडा के जंगलों का संरक्षण और वहां रहने वाले आदिवासियों के सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक और सांस्कृतिक हितों की रक्षा करना है।
सोनाराम देवगम ने आश्वासन दिया कि 08 अक्टूबर को उच्चतम न्यायालय में जनता की जीत होगी और झामुमो की कोशिश है कि जंगलों का संरक्षण और आदिवासियों के अधिकार सुरक्षित रहें। इस मामले में राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है और जनता की आवाज अदालत तक पहुंचेगी।
