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प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन: 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर, नवरात्रि से लागू होंगे Next Generation GST रिफॉर्म

11 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर।
12 लाख तक इनकम टैक्स फ्री।
GST में कटौती से गरीब और मिडिल क्लास को राहत।
MSMEs को बिक्री बढ़ाने और टैक्स में छूट से लाभ।
स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने की अपील।
नवरात्रि से Next Gen GST Reforms लागू।


नई दिल्ली, 21 सितंबर 2025 –
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार शाम 5 बजे राष्ट्र को संबोधित करते हुए देशवासियों को कई अहम जानकारियां दीं। अपने संबोधन में उन्होंने गरीबी, मध्यम वर्ग, MSME, स्वदेशी अभियान और आगामी GST सुधारों को लेकर कई बड़े ऐलान किए। प्रधानमंत्री ने बताया कि बीते 11 वर्षों में सरकार की योजनाओं और प्रयासों के चलते करीब 25 करोड़ भारतीय गरीबी रेखा से बाहर निकलकर न्यू मिडिल क्लास में शामिल हुए हैं। उन्होंने इसे देश की सामाजिक और आर्थिक प्रगति का प्रतीक बताया।

टैक्स में राहत, जीवन में सरलता

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार ने 12 लाख रुपये तक की सालाना आय को टैक्स फ्री किया है। इससे मध्यम वर्ग को बड़ी राहत मिली है। साथ ही, GST दरों में कटौती के कारण गरीब और मध्यम वर्ग दोनों को दोहरा लाभ मिलेगा।

> “हमारा प्रयास है कि लोगों का जीवन सरल हो, और समृद्धि की ओर बढ़े,” – प्रधानमंत्री मोदी

MSMEs को डबल फायदा

पीएम मोदी ने लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योगों (MSMEs) के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि GST में कटौती से इन उद्योगों को बिक्री में बढ़ोतरी और टैक्स में कमी दोनों का फायदा मिलेगा। इससे छोटे व्यापारियों और निर्माताओं को नई ताकत मिलेगी।

> “MSME देश की समृद्धि की रीढ़ हैं। जब ये उद्योग आगे बढ़ेंगे, देश आगे बढ़ेगा,” – पीएम मोदी

स्वदेशी अपनाने की अपील

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में देशवासियों से ‘मेड इन इंडिया’ उत्पादों को प्राथमिकता देने की भावुक अपील की। उन्होंने कहा कि जैसे स्वतंत्रता आंदोलन के समय स्वदेशी आंदोलन ने देश को दिशा दी थी, वैसे ही आज भारत की समृद्धि के लिए स्वदेशी को अपनाना ज़रूरी है।

> “गर्व से कहो – मैं स्वदेशी खरीदता हूं, मैं स्वदेशी सामान बेचता हूं। यही आज का नया संकल्प होना चाहिए।”

नवरात्रि से लागू होंगे Next Generation GST Reforms

प्रधानमंत्री ने बताया कि कल से, यानी नवरात्रि के पहले दिन से, देश में Next Generation GST Reforms लागू होने जा रहे हैं। ये बदलाव समय की मांग हैं और आने वाले वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई देने का काम करेंगे।

> “रिफॉर्म एक सतत प्रक्रिया है। हमें समय और भविष्य की ज़रूरतों के अनुसार बदलाव लाने होंगे,” – प्रधानमंत्री

समाप्ति पर संदेश

अपने संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं और सभी से अपील की कि वे देश की अर्थव्यवस्था, स्वावलंबन और विकास में सक्रिय भागीदार बनें।





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