रांची : होली क्रॉस बाल शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र, बर्दवान कंपाउंड, राँची की स्थापना का स्वर्ण जयन्ती वर्ष का उद्घाटन पवित्र युखरिस्त, और सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ संपन्न हुआ. पवित्र युखरिस्त के मुख्य अनुष्ठाता राँची महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स टोप्पो ने संबोधित किया.
ईश्वर को उसके आशीषों और कृपा के लिए धन्यवाद है जुबिली वर्ष
कहा कि हमारे पुरखे लोग जुबिली वर्ष ईश्वर को उसके सभी आशीषों और कृपा के लिए धन्यवाद देने के लिए मनाते थे. हमें भी यह जुबिली वर्ष ईश्वर को धन्यवाद देने हेतु मनाने की जरुरत है. हमें ईश्वर के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने की आवश्यकता है, तभी हमारा जुबिली वर्ष सही मायने में सफल होगा.
होली क्रॉस की स्थापना 1973 में हुई थी
होली क्रॉस बाल शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना 1973 ई. में तत्कालीन प्रोविंशियल सुपीरियर सिस्टर एम. सिगरिड वोग्गल की अनुमति और सिस्टर एलिज़ाबेथ की अगुवाई में इस संस्थान की शुरुवात हुई थी. उस समय 19 विद्यार्थियों के साथ इसकी शुरुआत हुई थी.
सिस्टर केविन व मिस हेलेन का बड़ा योगदान रहा
सिस्टर केविन ठाकुर और मिस हेलेन बड़ा ने इस प्रशिक्षण केंद्र को आगे बढ़ने में काफी योगदान दिया था. इस समय 74 विद्यार्थी यहाँ प्रशिक्षण ले रहे हैं. होली क्रोस धर्म- समाज की स्थापना 1856 ई. में फादर थेयोदोसियुस फ्लोरेंतिनी ओ.एफ.एम. कैप और धन्य मारिया थेरेसा स्चेरेर के द्वारा स्विजरलैंड में हुआ था.
इस कार्यक्रम में फादर आनंद डेविड खलखो, फादर अमृत, सिस्टर लिली जोस, धर्मसमाज की अन्य सिस्टरगण उपस्थित थीं.