मनातू मुठभेड़ में शहीद दो जवानों के परिजनों से मिले वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर, दी दो करोड़ की सहायता और नौकरी का भरोसा
बरेवा और परता गांव में गम और गर्व का माहौल, शहीदों के सम्मान में बनेगा स्मारक और सड़क
पलामू, 8 सितंबर : पलामू जिले के मनातू मुठभेड़ में शहीद हुए हैदरनगर प्रखंड के दो वीर सपूतों — बरेवा गांव के संतन मेहता और परता गांव के सुनील राम के घर रविवार को झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर पहुंचे। मंत्री ने दोनों शहीदों के परिवारजनों से भेंट की और उनके बलिदान को नमन करते हुए हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया।
शहीद परिवारों को दो-दो करोड़ की सहायता
वित्त मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार और बैंक के बीच हुए विशेष समझौते के तहत प्रत्येक शहीद परिवार को दो करोड़ रुपये की सहायता राशि दी जाएगी —
🔹 एक करोड़ रुपये बैंक योजना के तहत
🔹 एक करोड़ रुपये सरकारी सेवाओं और योजनाओं के अंतर्गत
उन्होंने यह भी घोषणा की कि संतन मेहता की पत्नी सरिता देवी, जो स्नातक पास हैं, उन्हें लिपिक (क्लर्क) के पद पर सरकारी नौकरी दी जाएगी।
गांव में बनेगा शहीद स्मारक, सड़क का भी होगा निर्माण
मंत्री किशोर ने कहा कि बरेवा गांव के मेन रोड से श्मशान घाट तक नई सड़क का निर्माण किया जाएगा। साथ ही, गांव में शहीद संतन मेहता का स्मारक भी स्थापित किया जाएगा, ताकि आने वाली पीढ़ियां उनके बलिदान को याद रखें।
परता में सुनील राम के परिजनों से भी मिले मंत्री
इसके बाद वे परता गांव पहुंचे, जहां उन्होंने शहीद सुनील राम के परिवारजनों से मुलाकात की और उन्हें भी शीघ्र सभी सरकारी लाभों का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि सभी घोषणाएं त्वरित और प्राथमिकता के आधार पर लागू की जाएं।
“झारखंड का मस्तक ऊंचा किया है इन वीरों ने” — राधाकृष्ण किशोर
मंत्री किशोर ने कहा —
> “संतन मेहता और सुनील राम जैसे जांबाजों ने नक्सलियों से मुकाबला करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने न केवल पलामू बल्कि पूरे झारखंड का नाम गौरवान्वित किया है।”
मुठभेड़ की पृष्ठभूमि
उल्लेखनीय है कि तीन सितंबर की रात, पलामू के मनातू प्रखंड अंतर्गत केदल गांव में नक्सली टीएसपीएस के जोनल कमांडर शशिकांत गंझू (10 लाख का इनामी उग्रवादी) को पकड़ने गई पुलिस टीम पर उग्रवादियों ने हमला कर दिया था।
इस हमले में जिला पुलिस बल के दो जवान शहीद हो गए, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया था।
हुसैनाबाद में गम और गर्व का माहौल
इस घटना के बाद से हुसैनाबाद अनुमंडल और आसपास के क्षेत्रों में शोक और गर्व का मिश्रित माहौल है। लोग अपने वीर सपूतों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
