जल संरक्षण में लाने वालों को मिला सम्मान, लीलाबती महता बनीं जल सेवक सम्मान 2025 की विजेता
रांची : पानी बचाने के लिए ज़मीनी स्तर पर काम करने वाले लोगों को पहचान और सम्मान देने के लिए इलेक्ट्रोस्टील कास्टिंग्स लिमिटेड ने रविवार को रांची में ‘इलेक्ट्रोस्टील जल सेवक सम्मान 2025’ का आयोजन किया। इस तीसरे संस्करण में व्यक्तिगत श्रेणी में पश्चिम बंगाल की लीलाबती महता को विजेता घोषित किया गया। उन्होंने झारग्राम में तालाब आधारित जल एवं मृदा संरक्षण की अनूठी पहल से लोगों को जोड़ा।
झारखंड के जेम्स हेरेंज को उपविजेता घोषित किया गया। उन्होंने पारंपरिक जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने के साथ-साथ आदिवासी समुदायों को भी सशक्त बनाया। उनकी पहल से 200 हेक्टेयर से ज़्यादा कृषि भूमि की सिंचाई संभव हो सकी है।
संगठन श्रेणी में बिहार के एनजीओ ‘आपका अंचल’ को पुरस्कृत किया गया, जिसने गांव स्तर पर टिकाऊ जल मॉडल तैयार किए। वहीं, ओडिशा की संस्था ‘आदर्शा’ को उपविजेता चुना गया, जिसने समेकित जलग्रहण प्रबंधन के ज़रिए भूजल स्तर सुधारने, बहु-फसली खेती को बढ़ावा देने और जलवायु अनुकूल सिंचाई तंत्र को सशक्त किया।
इस वर्ष का आजीवन उपलब्धि सम्मान झारखंड के साइमन उराँव को दिया गया, जिन्हें लोग ‘झारखंड का जलपुरुष’ कहते हैं।
सुनील कटियाल, पूर्णकालिक निदेशक एवं सीईओ, इलेक्ट्रोस्टील कास्टिंग्स लिमिटेड ने कहा,
> “इन विजेताओं ने यह साबित किया है कि जब समुदाय, विज्ञान और संकल्प साथ आते हैं, तब जल-सुरक्षित भविष्य संभव होता है।”
गौरतलब है कि इस बार नामांकन प्रक्रिया को पश्चिम बंगाल के अलावा बिहार, झारखंड और ओडिशा तक विस्तारित किया गया था। कुल 68 नामांकन प्राप्त हुए, जिनमें से विजेताओं का चयन एक प्रतिष्ठित जूरी ने किया। जूरी में डॉ. धृति बनर्जी, डॉ. कल्याण रुद्र, श्री सौमेन मित्रा (सेवानिवृत्त आईपीएस) और श्री सुनील कटियाल शामिल थे।
