शहीदी नगर कीर्तन में श्रद्धालुओं ने किया शबद गायन
रांची, 28 अगस्त । श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के 350वें गुरता गद्दी दिवस तथा सिखों के नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी और भाई मति दास, भाई सती दास एवं भाई दयाला सिंह जी की 350वीं शहादत को समर्पित शहीदी नगर कीर्तन गुरुवार देर रात रांची पहुंचा। असम के गुरुद्वारा श्री धुबड़ी साहिब से प्रारंभ यह नगर कीर्तन अपने अंतिम पड़ाव पंजाब स्थित श्री आनंदपुर साहिब की ओर अग्रसर है।
रात 10 बजे सर्जना चौक पर नगर कीर्तन का जोरदार स्वागत किया गया। यहां से पांच प्यारों की अगुआई में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी एवं गुरु साहिबानों के अस्त्र-शस्त्रों को सजाए वाहन के साथ शोभायात्रा निकाली गई, जो शबद कीर्तन के बीच गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा मेन रोड तक पहुंची।
इस अवसर पर गुरुनानक सत्संग सभा की कीर्तन मंडली की गीता कटारिया, शीतल मुंजाल, रेशमा गिरधर, नीता मिढ़ा, इंदु पपनेजा और सुरजीत मुंजाल ने “तिलक जंञू राखा प्रभ ताका…”, “गुर तेग बहादुर सिमरिये…” तथा “देह शिवा वर मोहे इहे…” जैसे कई शबद प्रस्तुत कर वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
गुरु सिंह सभा मेन रोड गुरुद्वारा साहिब में विशेष दीवान सजाया गया तथा श्रद्धालुओं के लिए गुरु का अटूट लंगर भी चलता रहा।
कार्यक्रम में गुरुनानक सत्संग सभा से अर्जुन देव मिढ़ा, महेश सुखीजा, सुरेश मिढ़ा, मनीष मिढ़ा, विनोद सुखीजा, हरीश मिढ़ा, हरजीत बेदी, अश्विनी सुखीजा, आशु मिढ़ा, नवीन मिढ़ा, पवनजीत सिंह खत्री, बसंत काठपाल, लक्ष्मण दास मिढ़ा, मोहन लाल काठपाल, इंदर मिढ़ा, रमेश पपनेजा, पंकज मिढ़ा, सूरज झंडई, करण अरोड़ा, अमन डावरा, नीरज सरदाना, अजय मुंजाल, राकेश गिरधर, नीतू किंगर, ममता थरेजा, मनोहरी काठपाल, ममता सरदाना, बबीता पपनेजा और सुषमा गिरधर समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
