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झारखंड में कांग्रेस ने तेज की राजनीतिक गतिविधियाँ, “वोट चोर गद्दी छोड़” अभियान शुरू


रांची:
कांग्रेस पार्टी ने झारखंड में अपनी गतिविधियों को तेज करते हुए “वोट चोर गद्दी छोड़” अभियान की घोषणा की है। प्रदेश प्रभारी के. राजू ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि यह अभियान देशभर में हो रही कथित वोट चोरी के खिलाफ चलाया जा रहा है।

राहुल गांधी कर रहे हैं नेतृत्व

प्रभारी के. राजू ने बताया कि इस अभियान का नेतृत्व राहुल गांधी स्वयं कर रहे हैं, जो फिलहाल बिहार यात्रा पर हैं। झारखंड में अगले एक महीने के भीतर इस अभियान की शुरुआत होगी। इसके तहत जनता से सीधे संपर्क कर उनके हस्ताक्षर लिए जाएंगे और जनता के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया जाएगा।

जनभागीदारी से जुड़ेगा आंदोलन

कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह सिर्फ एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि जनता की भागीदारी से जुड़ा बड़ा आंदोलन है। पार्टी इसे जनआंदोलन का रूप देना चाहती है।


संगठन सृजन अभियान: झारखंड में नए जिलाध्यक्षों की प्रक्रिया शुरू

प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के. राजू ने बताया कि कांग्रेस पार्टी देशभर में जिला अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है। झारखंड, हरियाणा और मध्य प्रदेश से इसकी शुरुआत हो चुकी है।

चयन प्रक्रिया की मुख्य बातें:

पैनल का गठन: हर जिले के लिए 6 नामों वाला पैनल बनेगा।
अंतिम फैसला: राष्ट्रीय अध्यक्ष और राहुल गांधी करेंगे।
नए अध्यक्ष: 50% से अधिक जिलों में होंगे नए अध्यक्ष।
पर्यवेक्षक नियुक्ति: हर जिले में 33 पर्यवेक्षक नियुक्त होंगे।
समाप्ति समय: पूरी प्रक्रिया 15 दिनों के भीतर पूरी की जाएगी।


पंचायत और वार्ड स्तर तक पहुंचेगी कांग्रेस

के. राजू ने संगठन सृजन अभियान के दूसरे चरण की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पार्टी पंचायत स्तर पर पंचायत कांग्रेस कमेटी और शहरी क्षेत्र में नगर कांग्रेस कमेटी का गठन कर रही है।

अब तक की प्रगति:

राज्य की 4500 ग्राम पंचायतों में से 1700 में पंचायत कांग्रेस कमेटी का गठन हो चुका है।
अगले 45 दिनों में सभी पंचायतों और नगर वार्डों में कमेटी बन जाएगी।

वोट संरक्षण की तैयारी

पंचायत और वार्ड स्तरीय कमेटियों के साथ बीएलए (Booth Level Agents) की भी नियुक्ति की जाएगी, जो भविष्य में होने वाले चुनावों में कांग्रेस के वोटों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।


कांग्रेस की रणनीति:

1. पंचायत और वार्ड स्तर पर मजबूत पकड़:
संगठन को गांवगांव तक पहुंचाने का लक्ष्य।

2. नेताओं की पहचान और जिम्मेवारी:
समर्पित कार्यकर्ताओं को दी जाएगी बड़ी जिम्मेदारी।

3. प्रशिक्षण और क्षमता विकास:
सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देकर संगठन को मजबूत किया जाएगा।


यह लेख कांग्रेस पार्टी की झारखंड में मौजूदा गतिविधियों और रणनीतियों को संक्षेप में प्रस्तुत करता है। यदि आप इस न्यूज़ को किसी ब्लॉग, वेबसाइट या न्यूज़पेपर के लिए और अधिक विस्तार या विजुअल्स के साथ चाहें, तो बता सकते हैं।

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